अमोल पालेकर का जन्म 24 नवम्बर 1944 को मुंबई में हुआ। अमोल पालेकर को ब
अमोल पालेकर का जन्म 24 नवम्बर 1944 को मुंबई में हुआ। अमोल पालेकर को बचपन से ही अभिनय का काफी ज्यादा शोक था। काफी कम उम्र से ही अमोल ने अन्हीने सीखना शुरू कर दिया था और उन्होंने कई थिएटर ग्रुप के साथ मिलकर कई नाटको का निर्देशन किया। जिससे उन्होंने खूब नाम कमाया। मराठी थिएटर में भी उन्होंने खूब काम किया और नाम बनाया। कुछ सालो बाद उन्होंने 1972 में उन्होंने खुद के थिएटर ग्रुप की स्थापना की जिसका नाम अनिकेत था। अमोल के पिता नाम कमलाकर और माता का नाम सुहासिनी था। अमोल एक सामान्य परिवार में जन्मे। एक्टिंग में आने से पहले वह बैंक ऑफ़ इंडिया में काम किया करते थे।

अमोल के फ़िल्मी सफ़र की अगर बात की जाए तो अमोल ने मराठी फ़िल्मों से अपने सफ़र की शुरुवात की उनकी पहली फ़िल्म शांतता थी। मराठी फ़िल्मों में काम करने के बाद अमोल ने हिंदी फ़िल्मों की तरफ़ रुख किया उन्होंने फ़िल्म रजनीगंधा में काम किया फ़िल्म काफी कामयाब रही। उसके बाद अमोल ने कई लो बजट फ़िल्मों में काम किया और उनकी फ़िल्मे काफी कामयाब भी होने लगी। अमोल की इमेज एक मिडिल क्लास आदमी वाली बन गयी। अमोल अपनी फ़िल्मों में अपनी अदाकारी के लोगो को खूब हस्साया।

अमोल का फ़िल्मी सफ़र कही ठीक चल रहा था , फिर उनकी फ़िल्म आई गोलमाल जिसने कमियाबी के कई रिकॉर्ड बनाए। यह फ़िल्म आज भी दर्शकों को काफी पसंद आती है और आज की दुनिया को बताती है बिना गली दिए भी लोगो को हस्साया जा सकता है। इस फिल्मे के लिए अमोल को बेस्ट एक्टर का फ़िल्म फेयर आवर्ड भी मिला।

अमोल की फ़िल्मों की अगर बात करे तो अमोल ने कई सुपर हित फ़िल्मों में काम किया जिसमे से गोलमाल दो लड़के दोनों कड़के , बातों बातों में , दमाद्द ,सफ़ेद झूठ, टेक्सी तक्सी, भूमिका , चितचोर, छोटी सी बात, अग्नि परीक्षा जीवन धारा, जैसी कई सुपर हित फ़िल्मों में काम किया। एक्टिंग के साथ साथ वह कई फ़िल्मों का निर्देशन भी कर चुके है जिसमे वह काफी काफी कामयाब रहे।

अमोल की निजी जिंदगी की अगर बात करे तो उन्होंने पहली शादी चित्रा से की जो की ज्यादा कामयाब नही हुई। उन्होंने दूसरी शादी संध्या गोखले से की। अब अमोल सिर्फ फ़िल्म निर्धक के रूप में काम कर रहे है। वो एक्टिंग में वापस आना चाहते है अगर कोई अच्छा किरदार मिले तो।

समाचार नामा अमोल की लंबी उमर की कमाना करता है और दुआ करता है अमोल ऐसी ही काम करते रहे और लोगो का मनोरजन करते रहे। हिंदी सिनेमा में अमोल के योगदान को समाचार नामा का सलाम। समाचार नामा की कोशिश है उन सभी कलाकारों से आपको रूबरू करवाने की जिन्होंने सिनेमा जगत में अपना योगदान दिया।

