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Mamta Kulkarni Birthday Special : ममता ने खुद अपने ही हाथों खत्म किया चमकता हुआ करियर, पढ़िए एक्ट्रेस की अर्श से फर्श तक की पूरी कहानी 

Mamta Kulkarni Birthday Special : ममता ने खुद अपने ही हाथों खत्म किया चमकता हुआ करियर, पढ़िए एक्ट्रेस की अर्श से फर्श तक की पूरी कहानी 

मनोरंजन न्यूज़ डेस्क -  स्टारडम पाना कोई बड़ी बात नहीं है, अगर कोई बड़ी बात है तो उस स्टारडम को बरकरार रखना हर किसी के लिए संभव नहीं है। जब से फिल्म इंडस्ट्री बनी है तब से किसी का भी स्टारडम हमेशा के लिए नहीं टिक पाया है लेकिन जो इसे बरकरार रखता है वह लंबे समय तक इंडस्ट्री में टिकता है। 90 के दशक में कई ऐसे कलाकार आए और गए जो एक समय के लिए तो पॉपुलर हो गए लेकिन किसी न किसी वजह से उन्होंने अपना स्टारडम खो दिया। उनमें से एक हैं ममता कुलकर्णी जो उस दौर की खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थीं। ममता कुलकर्णी इस साल अपना 51वां जन्मदिन मना रही हैं। उम्र के इस पड़ाव पर उन्होंने योगिनी बनने का फैसला किया, हालांकि उनके बारे में पूरी जानकारी नहीं है। ममता 90 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री थीं लेकिन ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद उनका फिल्मी करियर क्यों खत्म हो गया, इसके लिए कौन जिम्मेदार था, आइए आपको विस्तार से बताते हैं।

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ममता कुलकर्णी की पारिवारिक पृष्ठभूमि

ममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। ममता एक मध्यम वर्गीय परिवार से थीं। ममता की मां भगवान में आस्था रखने वाली और पूजा करने वाली थीं और ममता ने भी ये सब उन्हीं से सीखा था. एक इंटरव्यू में ममता ने बताया था कि उन्हें भगवान पर बहुत भरोसा है। ममता ने मुंबई के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की। ममता ने अपने शुरुआती इंटरव्यू में बताया था कि उनकी मां चाहती थीं कि वह एक औसत लड़की बनने के बजाय कुछ अलग करें, वरना ममता कभी एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं।

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ममता कुलकर्णी की पहली और आखिरी फिल्म
ममता कुलकर्णी आउटसाइडर थीं इसलिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी. कई ऑडिशन में रिजेक्शन मिला और काफी धक्के खाने पड़े। बाद में ममता को उनकी पहली तमिल फिल्म नन बार्गल मिली जो साल 1991 में रिलीज हुई। यह फिल्म हिट रही और उनकी खूबसूरती के चर्चे बढ़ने लगे। कहा जाता है कि उस समय लोग ममता को इतना पसंद करते थे कि उन्होंने अपने हाथों पर उनका टैटू भी बनवाना शुरू कर दिया था. इसके बाद मेहुल कुमार ने अपनी हिंदी फिल्म 'तिरंगा' में ममता को कास्ट किया। साल 1993 में रिलीज हुई यह फिल्म थी तो राजकुमार और नाना पाटेकर की लेकिन इसमें अहम किरदारों में से एक थीं ममता कुलकर्णी भी।

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ममता को हिंदी फिल्मों में पहचान फिल्म आशिक आवारा (1993) से मिली, जिसमें उनके अपोजिट सैफ अली खान थे। इस फिल्म के लिए ममता को फिल्मफेयर लक्स न्यू फेस अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद ममता कुलकर्णी ने 'करण अर्जुन', 'नसीब', 'सबसे बड़ा खिलाड़ी', 'क्रांतिवीर', 'आंदोलन', 'छुपा रुस्तम', 'घातक', 'वक्त हमारा है', 'बाजी' जैसी करीब 50 फिल्में कीं। ' आदि फिल्मों में काम किया। ममता ने बॉलीवुड में अपनी आखिरी सफल फिल्म 'छुपा रुस्तम' (2001) की थी और उनकी आखिरी फिल्म कभी तुम कभी हम (2002) थी। इसके बाद ममता कभी बॉलीवुड फिल्मों में नजर नहीं आईं। हिंदी सिनेमा के अलावा ममता ने तमिल, बंगाली और मराठी फिल्म इंडस्ट्री में भी काम किया।

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फिल्म की सफलता से ममता कुलकर्णी का दुबई कनेक्शन!

रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्में नहीं मिलने के कारण ममता कुलकर्णी दुबई चली गईं जहां उन्होंने स्टेज शो करना शुरू कर दिया। इसी दौरान उसकी मुलाकात विक्की गोस्वामी से हुई. विक्की एक भारतीय थे लेकिन वह दुबई में एक होटल चलाते थे। कहा जाता है कि विक्की के कई बिजनेस थे जिनमें से होटल उनका फ्रंट लीगल बिजनेस था. कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि विक्की का असली कारोबार तस्करी था. ममता और विक्की अच्छे दोस्त बन गए और दोनों साथ रहने लगे। खबर ये भी है कि विक्की ड्रग डीलिंग में पकड़े गए थे लेकिन पूछताछ के बाद ममता को छोड़ दिया गया था. कहा जाता है कि विक्की के जेल जाने के बाद ममता ने उनका सारा कारोबार संभाल लिया और 8 साल की कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें जेल से बाहर निकाला. कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया कि दोनों ने साल 2013 में शादी कर ली. साल 2016 में ममता फिर से सुर्खियों में आईं और मुंबई क्राइम ब्रांच ने विक्की के साथ ममता को भी दोषी करार दिया. ममता के मुंबई में दो घर और बैंक खाते थे जिन्हें जब्त कर लिया गया। इन सभी खबरों के बाद ममता पूरी तरह से गायब हो गई थीं, बस बीच में कुछ फुटेज आए थे जिनमें वह कभी केन्या में तो कभी किसी मठ में पूजा करती नजर आ रही थीं।

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ममता कुलकर्णी ने कैसे बर्बाद किया अपना करियर?
90 के दशक में ममता कुलकर्णी के करियर की शुरुआत अच्छी हुई थी लेकिन उन्होंने खुद ही सब कुछ बिगाड़ दिया। ममता को लेकर पहला विवाद साल 1994 में सामने आया था जब उन्होंने टॉपलेस फोटोशूट कराया था, जिसके लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी और उन्हें 15,000 रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ा था। उस फोटोशूट से ममता सुर्खियों में आ गईं। इसके बाद साल 1997 में राजकुमार संतोषी ने ममता को फिल्म चाइना गेट ऑफर की लेकिन बाद में उन्हें फिल्म से हटा दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन दिनों बॉलीवुड में दाऊद इब्राहिम के करीबी छोटा राजन का दबदबा था। उनके अनुरोध पर ममता को फिर से फिल्म में ले लिया गया। बाद में ममता ने आरोप लगाया कि फिल्म से उनके कई सीन काट दिए गए।

इसके बाद उनकी राजकुमार संतोषी से अनबन हो गई। इस घटना के बाद बॉलीवुड में ज्यादातर लोगों ने ममता से किनारा कर लिया और कुछ ही लोगों ने उन्हें फिल्में दीं। धीरे-धीरे ममता को फिल्में मिलनी बंद हो गईं और उनके विवाद तरह-तरह से बढ़ने लगे। बाद में उनके अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन का खुलासा हुआ, जिस पर ममता ने कभी सफाई नहीं दी और उन्होंने इंडस्ट्री से दूरी बना ली। कुछ साल पहले ममता का एक वीडियो सामने आया था जिसमें उन्होंने बताया था कि अब उनका किसी से कोई लेना-देना नहीं है. वह एक साध्‍वी का जीवन जी रही हैं और अपना बाकी जीवन भक्ति में बिताना चाहती हैं, लेकिन वह वीडियो कहां का है यह फिलहाल पता नहीं चल पाया है।

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