भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एसएस राजामौली ने क्यों कहा दुश्मन देश की कर रहे मदद? जानें कौन है वो

आरआरआर और बाहुबली जैसी फिल्में बनाने वाले निर्देशक एस.एस. राजामौली ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बारे में बात की। उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी की प्रशंसा की और लोगों से अपील की कि वे सेना की किसी भी गतिविधि का वीडियो न बनाएं और न ही उसे सोशल मीडिया पर साझा करें, क्योंकि इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
राजामौली ने भारतीय सेना को सलाम किया
If you see any movement of the Indian Army, don’t take pictures or videos.
— rajamouli ss (@ssrajamouli) May 9, 2025
Don’t share them as you might be helping the enemy. Stop forwarding unverified news or claims. You’ll only create noise, which the enemy wants.
Stay calm, alert and positive.
Victory is ours. 🇮🇳
राजामौली ने गुरुवार शाम से शुक्रवार सुबह तक पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के लिए सेना की प्रशंसा की। उन्होंने एक्स पर लिखा, "आतंकवाद से देश की रक्षा करने वाले हमारे बहादुर सैनिकों को सलाम। उनकी बहादुरी हमें देश में शांति और एकता लाने के लिए प्रेरित करती है। जय हिंद!"
इसके बाद उन्होंने रक्षा मंत्रालय की सलाह दोहराते हुए कहा, "अगर आप सेना की कोई गतिविधि देखते हैं, तो उसकी फोटो या वीडियो न लें। इसे शेयर न करें, क्योंकि आप दुश्मन की मदद कर सकते हैं। बिना पुष्टि के खबरें या दावे शेयर न करें। इससे सिर्फ अफ़वाहें फैलेंगी, जो दुश्मन चाहता है। शांत रहें, सतर्क रहें और सकारात्मक सोचें। जीत हमारी ही होगी।"
रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा है?
Saluting our Brave Indian Armed Forces for their unwavering courage in protecting our nation from terrorism. Let’s stand together as a nation, inspired by their valor, to build a future of peace and unity.
— rajamouli ss (@ssrajamouli) May 9, 2025
Jai Hind! 🇮🇳
जानकारी के लिए बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर लिखा है, "सभी टीवी चैनल, डिजिटल प्लेटफॉर्म और लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे सेना की किसी भी गतिविधि या ऑपरेशन की लाइव रिपोर्टिंग या तत्काल रिपोर्टिंग से बचें। ऐसी जानकारी सार्वजनिक करने से ऑपरेशन प्रभावित हो सकता है और जान को खतरा हो सकता है।"
मंत्रालय ने आगे कहा, "कारगिल युद्ध, 26/11 और कंधार अपहरण जैसे मामलों में समय से पहले रिपोर्टिंग से भी नुकसान हुआ है। नियमों के अनुसार, ऐसे समय में केवल अधिकारी ही जानकारी दे सकते हैं। सभी से अनुरोध है कि वे सावधानी बरतें और जिम्मेदारी से रिपोर्ट करें ताकि लोगों तक सही जानकारी पहुंचे।"