Maharashtra Lok Sabha Elections 2024 में कांग्रेस के विरोध के बावजूद उद्धव ठाकरें ने सांगली विधानसभा सीट से उतारा उम्मीदवार, MVA में छिड़ी तकरार
![samacharnama.com](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/0b8bf95441eb6e1d1b8610958a3650f7.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
महाराष्ट्र न्यूज डेस्क !!! महाराष्ट्र में एमवीए के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। उद्धव ठाकरे ने सांगली सीट से चंद्रहार पाटिल के नाम की घोषणा की है. कांग्रेस पहले से ही इसका विरोध कर रही थी. इस सीट को लेकर हाल ही में विश्वजीत कदम ने राहुल गांधी से मुलाकात भी की थी. अब कदम ने कहा है कि जब तक सांगली मामला स्पष्ट नहीं हो जाता, तब तक वह कांग्रेस की बैठक में शामिल नहीं होंगे. लोकसभा चुनाव से पहले सांगली संकट को सुलझाना विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
विश्वजीत का नाना को पत्र
सांगली विधायक विश्वजीत कदम ने नाना पटोले को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. विश्वजीत चंद्रहार पाटिल को उद्धव ठाकरे द्वारा घोषित सांसद उम्मीदवार बनाये जाने के सख्त खिलाफ हैं. यही वजह है कि दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से भी कांग्रेस की किसी भी बैठक में शामिल न होने को कहा है. कदम का कहना है कि जब तक एमवीए सांगली सीट पर अपनी राय साफ नहीं कर देती, मैं किसी भी प्रचार अभियान में हिस्सा नहीं लूंगा और न ही कांग्रेस की किसी बैठक में शामिल होऊंगा.
कांग्रेस बनाम शिव सेना (यूबीटी)
महाराष्ट्र की सांगली सीट से कांग्रेस पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल को अपना लोकसभा उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. तो सवाल ये है कि क्या सांगली सीट को लेकर कांग्रेस और शिवसेना के बीच दरार पड़ सकती है? जिसका असर एमवीए गठबंधन पर पड़ना तय है. आपको बता दें कि सांगली सीट पर 1957 से लगातार कांग्रेस जीतती आ रही है. लेकिन 2014 और 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने यहां से जीत हासिल की है. ऐसे में कांग्रेस का मानना है कि सांगली से उसके जीतने की संभावना ज्यादा है, जबकि शिवसेना (यूबीटी) अपने उम्मीदवार की जीत के पक्ष में है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि एमवीए गठबंधन सांगली में चल रहे संकट का समाधान कैसे निकालेगा?