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क्या सच में दुनिया का सबसे ताकतवर देश भी रहा था ब्रिटिशर्स का गुलाम, जानें कैसे मिली आजादी ?

अमेरिका वर्तमान में दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है। अमेरिका आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसके पास दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे मज़बूत सेना भी है। अमेरिकी डॉलर दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली मुद्रा...
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अमेरिका वर्तमान में दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है। अमेरिका आज दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसके पास दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे मज़बूत सेना भी है। अमेरिकी डॉलर दुनिया में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली मुद्रा है। अमेरिका तकनीक, विज्ञान और अनुसंधान में भी अग्रणी है। इसके अलावा, वैश्विक राजनीति, व्यापार और संस्कृति पर इसका गहरा प्रभाव है।

अमेरिका 176 साल तक गुलाम रहा

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत की तरह अमेरिका भी अंग्रेजों का गुलाम रहा है? अमेरिका 176 साल तक एक ब्रिटिश उपनिवेश (गुलामी) रहा। इसकी शुरुआत 1607 में जेम्सटाउन में पहली अंग्रेजी कॉलोनी से हुई और 4 जुलाई, 1776 तक जारी रही। हालाँकि, ब्रिटिश सरकार ने 3 सितंबर, 1783 को पेरिस की संधि पर हस्ताक्षर करके अमेरिका को स्वतंत्र मान्यता दे दी।

अमेरिका कैसे बना अंग्रेजों का गुलाम

अमेरिका के अंग्रेजों का गुलाम बनने के पीछे कई ऐतिहासिक कारण हैं। 17वीं शताब्दी की शुरुआत में, इंग्लैंड ने अमेरिका में अपने उपनिवेश स्थापित करना शुरू कर दिया था। पहला स्थायी अंग्रेजी उपनिवेश 1607 में जेम्सटाउन (वर्जीनिया) में स्थापित हुआ, जिसके बाद इसका निरंतर विकास होता गया। अंततः तेरह ब्रिटिश उपनिवेश स्थापित हुए। ये उपनिवेश मुख्यतः व्यापार, कृषि और धार्मिक स्वतंत्रता की तलाश में बसे थे।

ब्रिटिश सरकार ने इन उपनिवेशों पर कड़ा नियंत्रण बनाए रखा और आर्थिक लाभ के लिए शुगर एक्ट, स्टाम्प एक्ट सहित कई तरह के कर लगाए। उपनिवेशवासियों को कर चुकाने के लिए कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिलता था, जिससे वे असंतुष्ट रहते थे। इसी असंतोष के कारण धीरे-धीरे स्वतंत्रता की इच्छा जागृत हुई। इसी बीच, ब्रिटेन और फ्रांस के बीच हुए महायुद्धों के बाद, ब्रिटेन ने उपनिवेशों से अधिक कर वसूलना शुरू कर दिया, जिससे स्वतंत्रता की क्रांति की जड़ें और मजबूत हुईं। उपनिवेशवासियों ने ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार किया और अपने अधिकारों के लिए आंदोलन शुरू कर दिया।

बोस्टन टी पार्टी आंदोलन से उत्पन्न विद्रोह

1773 में, बोस्टन टी पार्टी आंदोलन ने विद्रोह को एक जन आंदोलन का रूप दे दिया। स्वतंत्रता संग्राम 1775 में लेक्सिंगटन और कॉनकॉर्ड की लड़ाइयों के साथ शुरू हुआ। 1776 में, अमेरिकी उपनिवेशों ने स्वतंत्रता की घोषणा की और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया। तेरह अमेरिकी उपनिवेशों ने अपने अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन किया और 1775 में युद्ध छिड़ गया। फ्रांस, स्पेन और अन्य देशों ने अमेरिकी क्रांतिकारियों की मदद की, जिससे उन्हें युद्ध में निर्णायक बढ़त मिली।

किन नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया?

कई अमेरिकियों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जॉर्ज वाशिंगटन क्रांतिकारी सेना के सेनापति थे। उन्हें अमेरिकी स्वतंत्रता के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। वे स्वतंत्रता के बाद स्वतंत्र अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने।
थॉमस जेफरसन: प्रमुख लेखक थॉमस जेफरसन का भी अमेरिकी स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान रहा। वे बाद में अमेरिका के राष्ट्रपति भी बने।
बेंजामिन फ्रैंकलिन: अमेरिका के प्रमुख राजनयिक, जिन्होंने फ्रांस से समर्थन प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जॉन एडम्स: स्वतंत्रता के प्रबल समर्थक, कांग्रेस के प्रमुख सदस्य। वे बाद में अमेरिका के राष्ट्रपति भी बने।
इन सबके अलावा, सैमुअल एडम्स, पैट्रिक हेनरी, मार्क्विस डी लाफायेट ने भी स्वतंत्रता के आंदोलन, प्रेरणा और सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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