भारत में साक्षरता दर के मामले में केरल अव्वल, जानिए क्या है बाकी राज्यों का हाल
यह रिपोर्ट राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत में साक्षरता के मामले में केरल ने एक बार फिर पहले पायदान पर अपनी जगह बना ली हैं, जबकि आंध्र प्रदेश साक्षरता सूची में सबसे निचले स्थान पर मौजूद हैं।सर्वेक्षण के अनुसार केरल में साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत जबकि आंध्र प्रदेश की दर 66.4 प्रतिशत है।
एनएसओ के आंकड़ों पर आधारित रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कुल साक्षरता दर 77.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर 73.5 फीसदी जबकि शहरी इलाके में यह 87.7 फीसदी हैं जिसमे पुरुषों की साक्षरता दर 97.4 फीसदी जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत है।
जुलाई 2017 से जून 2018 के आंकड़ों के आधार पर तैयार की है,यह सात या सात साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के मध्य राज्यवार साक्षरता दर के बारे में बताती है। देश में पुरुष साक्षरता दर महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा बेहतर है,यहां 84.7% पुरुषों के मुकाबले में 70.3% महिलाएं ही साक्षर हैं।
बाकी राज्यों की बात करे तो केरल के बाद दिल्ली 88.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है. उत्तराखंड 87.6 फीसदी के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है।
अगर देश के अन्य राज्यों को देखा जाए तो राजस्थान 69.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ सबसे पिछड़े राज्यों में दूसरे स्थान पर है. इसके ऊपर बिहार 70.9 फीसदी, तेलंगाना 72.8 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 73 फीसदी और मध्य प्रदेश 73.7 फीसदी पर है।
यह रिपोर्ट राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सर्वेक्षण के अनुसार भारत में साक्षरता के मामले में केरल ने एक बार फिर पहले पायदान पर अपनी जगह बना ली हैं, जबकि आंध्र प्रदेश साक्षरता सूची में सबसे निचले स्थान पर मौजूद हैं।सर्वेक्षण के अनुसार केरल में साक्षरता दर 96.2 प्रतिशत जबकि आंध्र प्रदेश की दर 66.4 प्रतिशत है।
एनएसओ के आंकड़ों पर आधारित रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कुल साक्षरता दर 77.7 फीसदी है. इस रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण इलाकों की साक्षरता दर 73.5 फीसदी जबकि शहरी इलाके में यह 87.7 फीसदी हैं जिसमे पुरुषों की साक्षरता दर 97.4 फीसदी जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 95.2 प्रतिशत है।
जुलाई 2017 से जून 2018 के आंकड़ों के आधार पर तैयार की है,यह सात या सात साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के मध्य राज्यवार साक्षरता दर के बारे में बताती है। देश में पुरुष साक्षरता दर महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा बेहतर है,यहां 84.7% पुरुषों के मुकाबले में 70.3% महिलाएं ही साक्षर हैं।
बाकी राज्यों की बात करे तो केरल के बाद दिल्ली 88.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ दूसरे स्थान पर है. उत्तराखंड 87.6 फीसदी के साथ तीसरे, हिमाचल प्रदेश 86.6 फीसदी के साथ चौथे और असम 85.9 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है।
अगर देश के अन्य राज्यों को देखा जाए तो राजस्थान 69.7 फीसदी साक्षरता दर के साथ सबसे पिछड़े राज्यों में दूसरे स्थान पर है. इसके ऊपर बिहार 70.9 फीसदी, तेलंगाना 72.8 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 73 फीसदी और मध्य प्रदेश 73.7 फीसदी पर है।

सर्वे में यह भी कहा गया है कि सभी राज्यों में पुरुषों में साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है,यहां 84.7% पुरुषों के मुकाबले में 70.3% महिलाएं ही साक्षर हैं।
अगर हम आजादी से वर्तमान साक्षरता दर का आंकलन करें तो स्थिति थोड़ी बेहतर हैं। आजादी के बाद से देश में साक्षरता का ग्राफ 57 प्रतिशत बढ़ा है लेकिन इसके बावजूद भी हम वैश्विक स्तर पर काफी पिछड़े हैं।
जनसंख्या के मामले में भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश हैं,ऐसे में देश का विकास हो सके इसके लिए सरकारों द्वारा शिक्षा प्रणाली को और बेहतर करने की आवश्यकता हैं क्योंकि किसी देश के विकास का बहुत बड़ा हिस्सा वहां की शिक्षा प्रणाली को जाता हैं।
आपको बता दे की दुनियाभर में विश्व साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाया जाता हैं।
सर्वे में यह भी कहा गया है कि सभी राज्यों में पुरुषों में साक्षरता दर महिलाओं से अधिक है,यहां 84.7% पुरुषों के मुकाबले में 70.3% महिलाएं ही साक्षर हैं।
अगर हम आजादी से वर्तमान साक्षरता दर का आंकलन करें तो स्थिति थोड़ी बेहतर हैं। आजादी के बाद से देश में साक्षरता का ग्राफ 57 प्रतिशत बढ़ा है लेकिन इसके बावजूद भी हम वैश्विक स्तर पर काफी पिछड़े हैं।
जनसंख्या के मामले में भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश हैं,ऐसे में देश का विकास हो सके इसके लिए सरकारों द्वारा शिक्षा प्रणाली को और बेहतर करने की आ
वश्यकता हैं क्योंकि किसी देश के विकास का बहुत बड़ा हिस्सा वहां की शिक्षा प्रणाली को जाता हैं।
आपको बता दे की दुनियाभर में विश्व साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाया जाता हैं।

