JEE (Main) के दूसरे सत्र का रिजल्ट घोषित, 24 छात्रों ने हासिल किए 100 फीसदी अंक !
गौरतलब है कि जेईई मेंस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र जेईई एडवांस की परीक्षा दे सकेंगे। जेईई एडवांस में अच्छी रैंक हासिल करने वाले छात्रों को देशभर के आईआईटी संस्थानों समेत देश के विख्यात इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला मिलेगा। जेईई (मेंस) के दूसरे सत्र में जिन 24 छात्रों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। उनमें महाराष्ट्र से सरनाईक मोहन सकाला, राजस्थान से नव्या, मयंक मोटवानी, कृष्णा शर्मा और पार्थ भारद्वाज, हरियाणा से सार्थक माहेश्वरी, असम से स्नेहा पारीक, बिहार से अरुदीप कुमार, पंजाब से मृणाल गर्ग, आंध्र प्रदेश से कोय्याना सुहास, रवि किशोर, मेंदा हिमा वामसी, पल्ली जलजकशि और कार्तिकेय, तेलंगाना से रूपेश बियानी, धीरज, जस्ती यशवंत, शिवा नागा वैंकटा आदित्य, अनिकेत चट्टोपाध्याय, केरल से थॉमस बीजू, कर्नाटक से बोया हरेन साथविक, झारखंड से कुशाग्र श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश से कनिष्क शर्मा और सुमित्रा गर्ग शामिल हैं।
इनमें से कई छात्रों ने जेईई मेंस के पहले सत्र में भी सत्र में भी 100 फीसदी अंक हासिल किए थे। इनमें सार्थक माहेश्वरी, अनिकेत चट्टोपाध्याय, धीरज, कोय्यन्ना सुहास, कुशाग्र श्रीवास्तव, मृणाल गर्ग, स्नेहा पारीक, राजस्थान से नव्या शामिल है। एनटीए की वरिष्ठ निदेशक (परीक्षा) डॉ. साधना पाराशर के मुताबिक परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए परीक्षार्थियों द्वारा सत्यापन के लिए उत्तर कुंजी के साथ प्रश्नपत्र और दर्ज प्रतिक्रियाओं को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया था। विषय विशेषज्ञों द्वारा सत्यापित करने के बाद संशोधित उत्तर कुंजी वेबसाइट पर प्रकाशित की गई थी।
एनटीए परिसर में एक कंट्रोल रूम खोला गया था, जहां भारत के सभी परीक्षा केंद्रों के लाइव कवरेज के निरीक्षण के लिए आभासी पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया था। परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए सीसीटीवी से लाइव निगरानी की गई। एनटीए ने दूरस्थ स्थान को लाइव देखने और एनटीए स्थित नियंत्रण कक्ष सभी परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी सिस्टम की रिकॉर्डिग की व्यवस्था भी की है। प्रति पाली में लगभग 35000 कैमरे लगाए गए थे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने रिजल्ट जारी करने के साथ ही बताया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा मोबाईल नेटवर्क का उपयोग कर मोबाईल या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किए जाने वाले नकल जैसे कदाचार को रोकने के लिए सभी केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे। सभी 14 पालियों की प्रति पाली में कुल लगभग 29000 जैमर लगाए गए थे। परीक्षाएं कोविड-19 संबंधी सावधानियों के साथ आयोजित की गई।
--आईएएनएस
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