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Varanasi  स्कूल बस पलटी, 43 बच्चे जख्मी, हरहुआ रिंग रोड चौराहे पर हुआ हादसा, लोगों ने बस का शीशा तोड़ बच्चों को निकाला

Nashik तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकराने से 3 दोस्तों की मौके पर ही मौत: 1 आधी रात का रोमांचक हादसा

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  हरहुआ रिंग रोड चौराहे पर  शाम सात बजे बच्चों से भरी स्कूल बस डिवाइडर से टकराते हुए स्ट्रीट लाइट पोल से जा टकराई और पोल को तोड़ते हुए मुख्य मार्ग पर पलट गई. इसमें 43 बच्चे घायल हो गये. 42 को मामूली चोट आई, जबकि एक छात्र को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह बस टूर से वापस आ रही थी. डीएम एस. राजलिंगम ने हरहुआ पीएचसी पहुंचकर बच्चों का हाल जाना.

सेवापुरी के जीवरामपुर गोराई स्थित पीपीएस काशी स्कूल के बच्चों का टूर गया था. बस में 43 बच्चे, छह अध्यापक और अध्यापिकाएं थीं. बच्चों को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, बीएचयू, सारनाथ के बाद उमरहां स्वर्वेद मंदिर ले जाया गया था.

शाम को बच्चों को लेकर बस विद्यालय लौट रही थी. वाजिदपुर चौराहे के पास तेज रफ्तार बस अनियंत्रित हो गई. वह डिवाइडर से टकराई और फिर सामने स्ट्रीट लाइट के पोल को तोड़ते हुए पलट गई. बच्चों में चीख-पुकार मच गई. इस बीच चालक भाग निकला. शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे. कुछ देर बाद पुलिस भी पहुंच गई. शीशा तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया.

एंबुलेंस से बच्चों को हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. 42 बच्चों के हाथ-पैर, सिर में हल्की चोटें आई थीं. जबकि कच्चा तीन के छात्र कृष्णा गुप्ता को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. उसके सिर और हाथ में गंभीर चोट आई है.

11 एंबुलेंस लगाईं गईं

102 और 108 एंबुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर कृष्ण देव ने बताया कि कुल 11 एंबुलेंस से बच्चों को अस्पताल ले जाया गया. सूचना मिलने के 10 से 15 मिनट के अंदर एंबुलेंस पहुंच गई थीं.

हिदायत के बाद भी नहीं चेते

एआरटीओ प्रशासन सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि जिस बस से हादसा हुआ है, उसका फिटनेस फेल था. जुलाई में सभी स्कूल संचालकों को फिटनेस के लिए आगाह किया गया था. इस विद्यालय को भी नोटिस गई थी. बीते 7 अगस्त को इस बस का फिटनेस फेल हो गया था. बीते माह इसी बस का दो बार चालान भी हुआ था.

डीएम-सीएमओ भी पहुंचे

सूचना मिलते ही डीएम एस. राजलिंगम और सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी हरहुआ पीएचसी पहुंचे. बच्चों का हाल जानने के साथ ही तत्परता से इलाज के लिए कहा. सीएमओ ने बताया कि 42 बच्चों को हल्की चोटें आई थीं. उपचार के बाद वे घर गए. एक छात्र को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह भी स्वस्थ है.

123 स्कूली बसें अनफिट

एआरटीओ ने बताया कि जिले में 2210 स्कूली बसें पंजीकृत हैं, उनमें 123 बसों का फिटनेस फेल है. सभी बसों में स्पीड गर्वनर लगना अनिवार्य है ताकि उनकी गति 40 किमी प्रति घंटे से अधिक न हो. इसके बिना फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं दिया जाता. एआरटीओ ने बताया कि स्कूली बसों की चेकिंग के लिए फिर अभियान चलाया जाएगा.

 

 

वाराणसी न्यूज़ डेस्क

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