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Varanasi  ओपीडी में कतार, डायरिया पीड़ित की भरमार

डायरिया हो सकता है पेपर के कप में चाय पीने से उसपर लगे हानिकारक केमिकल मेल्ट होकर आपके पेट में जा सकते हैं। इससे पेट से जुड़ी कई गंभीर समस्याएं जैसे डायरिया हो सकता है।

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  आसपुर देवसरा के केवटली गांव में जनरेटर के बाक्स में आग से जलकर मृत छह साल की रूही हर रोज उसमें खेलने जाती थी.  भाइयों की सबसे छोटी बहन रूही की मौत से परिवार में कोहराम मचा रहा. डीजे, लाइट का काम करने वाले राकेश सिंह ने जनरेटर का बाक्स घर के पीछे की ओर रख दिया था. 12, 10 व आठ साल के बेटों के बाद इकलौती बेटी रूही दिनभर घर के अंदर-बाहर खेलती रहती थी. चर्चा के अनुसार रूही हर रोज पहर में बाक्स में जाकर खेलती थी. उसकी दर्दनाक मौत से माता-पिता अचेत हो जा रहे थे. तीनों भाई भी बिलखते रहे. सूचना पर सीओ पट्टी आनन्द राय ने मौके पर पहुंचकर घटना का निरक्षण किया. एसओ संतोष कुमार सिंह ने बताया की मौके पर फील्ड यूनिट टीम को भी बुलाकर हर बिंदु पर जांच की जा रही है. शाम को पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचा तो संवेदना जताने के लिए गांव व आसपास के लोगों की भारी भीड़ जमा थी.

बच्चों के साथ हो रही घटनाएं चिंताजनक हैं. मां की व्यस्तता में बच्चों की अनदेखी हो ही जाती है. कई जगह संयुक्त परिवार के अभाव से भी बच्चों की देखभाल में समस्या होती है. ऐसे में अभिभावक को बच्चों को मोबाइल, कोई भी खिलौना देकर अकेले छोड़ देना ठीक नहीं. कम उम्र में बच्चे हर बात गंभीरता से लेते हैं. उनकी उम्र बढ़ने के साथ उन्हें हर खतरे से सचेत करते रहना चाहिए.

-डॉ. पूनम पांडेय, समाजशास्त्रत्त्ी

फतनपुर के पटहटिया कला गांव में 16  को ही विनोद सरोज का 10 साल का बेटा ऋतिक घर के पास सड़क पार करने लगा. सड़क पर दौड़ने वाले वाहनों के खतरे से अनजान ऋतिक को अचानक आई  बोलेरो ने रौंद दिया. इससे उसकी मौत हो गई. इसके अलावा शहर के साथ ही कुंडा में भी खेल-खेल में बच्चों की जान जा चुकी है. उनके परिजन आज भी अपने कलेजे के टुकड़े को याद कर तड़प रहे हैं.

दिलीपपुर के देवलहा में भी 16  को ही बनवारी पांडेय के भी घर ऐसी ही हृदयविदारक घटना हुई. कपड़े धुलते समय बनवारी की पत्नी ने वहां खेल रही डेढ़ साल की बेटी आर्या पांडेय को  बार पानी भरे टब से दूर किया. वह बार-बार टब के पास आ रही थी. दूर करने के बाद मां बेफिक्र हुई लेकिन कुछ देर बाद देखा तो वह टब के पानी में डूब चुकी थी. घर के लोग उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज ले आए लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी.

पट्टी कस्बे के कुम्हिया कायस्थ बस्ती में 16  को पवन तिवारी का चार साल का बेटा अथर्व घर में रखे सामान से खेल रहा था. घर के लोग भी आसपास ही मौजूद थे. बच्चा करीब ही मौजूद होने के कारण लोग बेफिक्र थे. अचानक उसने मुंह में प्लास्टिक डाल लिया. गले में प्लस्टिक फंसने से उसकी मौत हो गई. वह  भाइयों में बड़ा था.

 

 

वाराणसी न्यूज़ डेस्क

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