![Hisar 24 हजार चालान, फिर भी नहीं रुक रही गलत वाहन पार्किंग, रोड साइड पार्किंग से बढ़ रहे सड़क हादसे, कई स्थानों पर पार्किंग की सुविधा नहीं](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/9f36c53747c501ecb05b7cfbaa77e263.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जिले में पुराने वाहन खरीदने वाले लोगों की संख्या पांच साल में दोगुना हो गई है. इनमें चार पहिया वाहनों की संख्या अधिक है. जानकारों के अनुसार नए वाहन महंगे होने और अच्छी हालत वाली पुरानी गाड़ियां सही कीमत में मिलने के कारण लोग इन्हें खरीदना पसंद कर रहे हैं.
परिवहन विभाग के अनुसार वर्ष 2020 में 8718 लोगों ने वाहन का स्वामित्व हस्तांतरण कराया था. वर्ष 2021 में 11984, वर्ष 2022 में 14871, वर्ष 2023 में 16469 और वर्ष 2024 में 29 तक 7470 लोगों ने स्वामित्व हस्तांतरण कराया है. एआरटीओ प्रशासन डॉ. सियाराम वर्मा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति से गाड़ी खरीदते समय उसके स्वामित्व का स्थानांतरण कराना जरूरी है. इसमें इस बात की पुष्टि हो जाती है कि वाहन पूरी तरह से सुरक्षित है. वाहन किसी भी दुर्घटना में शामिल या चोरी का नहीं है. वाहन पर यदि कोई चालान बकाया है तो बेचने वाले व्यक्ति को उसे चुकाने के बाद ही स्वामित्व हस्तांतरण होगा.
उन्होंने कहा कि लोग बिना इस प्रक्रिया के वाहन को न बेचें और न खरीदें. ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट संजय सिंह कहते हैं कि कई लोग पहला वाहन पुराना खरीदना पसंद करते हैं. इसकी वजह सड़क पर उस वाहन को चलाकर लोग पूरी तरह से दक्षता हासित करना मानते हैं. इसके अलावा बीएस-6 वाहन महंगे हैं, जबकि पुराने बीएस-4 वाहन कम दाम में अच्छी हालत में मिल जाते हैं. इसलिए लोग नए महंगे वाहन खरीदने की बजाए पुरानी गाड़ियां खरीदना पसंद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुरानी कार बेचने वाले डीलर वारंटी समेत तमाम सुविधाएं देते हैं. दस्तावेजों से संबंधित प्रक्रिया भी वे खुद पूरी कराकर देते हैं, इसलिए इसमें कोई दिक्कत नहीं होती है. लोगों को ऑनलाइन तरीके से वाहन खरीदने में काफी एहतियात बरतनी चाहिए. इसमें धोखाधड़ी की संभावना रहती है इसलिए रोड टैक्स और ट्रांसफर शुल्क बचाने के लालच की जगह लोगों को स्वामित्व हस्तांतरण जरूर करवा लेना चाहिए.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क