Varanasi हद हैयूं ही नहीं बिगड़ती व्यवस्था, तीन वर्ष में चार गुना बढ़ा रेड लाइट जंप

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क रेड लाइट जंप कर यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने के मामलों में इजाफा हुआ है. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु न होने के पीछे यह भी एक अहम कारण है.
यातायात विभाग की ओर से किए गए चालान में पिछले तीन साल में लाल सिग्नल तोड़ने के मामलों में तकरीबन चार गुने का इजाफा हुआ है . यातायात विभाग अब जागरूकता अभियान चलाने के साथ नियम तोड़नेवालों पर सख्ती करेगा.
यातायात विभाग की ओर से ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अध्ययन भी किया जा रहा है. ताकि इस पर काम कर यातायात और सुगम किया जा सके. तीन साल के आंकड़ों के अध्ययन से पता चला है कि इस वर्ष सबसे अधिक रेड लाइट उल्लंघन के मामले सामने आये हैं. साल 2020 में 3700 चालान थे, 2022 में 14600 से अधिक चालान हुए. इस माह जनवरी और फरवरी में तीन हजार से अधिक चालान हुए हैं.
हर साल लापरवाही में कटने वाला चालान
साल रेड लाइट जंप तीन सवारी बिना हेलमेट
2020 3700 12049 3,34,399
2021 4095 8966 1,01,177
2022 14,689 9,999 71,024
हेलमेट को लेकर जागरूक
रेड लाइट जंप में चालान बढ़े हैं, लेकिन हेलमेट और दो पहिया वाहन पर तीन व चार सवारी बैठाने को लेकर लोग जागरूक हुए हैं. हेलमेट के चालान में पांच गुना कमी आई है.
चार चौराहों पर सर्वाधिक सिग्नल टूटे लंका, भिखारीपुर, मरी माई तिराहा, रथयात्रा चौराहे पर सबसे अधिक सिग्नल तोड़कर लोग आ-जा रहे हैं. इन जगहों पर यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क