![समस्या](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/93fa0bc353d6030e4bd31f6d576f9063.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पूरे नगर निगम क्षेत्र में सीवर की समस्या लाइलाज हो गई है. अभी मंडुवाडीह डिहवा-एफसीआई मार्ग पर सीवर फ्लो की दिक्कत समाप्त हुई भी नहीं कि पूर्वांचल की सबसे बड़ी सप्तसागर दवा मंडी इसकी चपेट में आ गई.
मंडी की आधा दर्जन दुकानों में सीवर का गंदा पानी घुस जाने से काफी दवाएं खराब हो गईं. मंडी में श्रीवास्तवजी के कटरे में छह भूमिगत दुकानों का सुबह जब व्यापारियों ने शटर उठाया तो बदबू से वहां खड़े रहने का साहस तक नहीं कर पाए. कार्टन में रखीं दवाओं के पैकेट गल गए थे. रैपर गंदे पानी में उतराए थे. व्यापारियों ने दवाओं के कार्टन दुकानों से निकालने के लिए मजदूरों को बुलाया लेकिन वे भी अंदर जाने से हिचक रहे थे. दोपहर में जलकल विभाग के कर्मचारियों ने मैनहोल की सफाई की तब स्थिति ठीक हुई.
व्यापारियों ने कहा कि कई दिनों से पार्षद, जलकल विभाग के जेई, सुपरवाइजर को मैनहोल की सफाई के लिए कहा जा रहा था. लेकिन अधिकारी टालमटोल करते रहे. दवा विक्रेता समिति के महामंत्री संजय सिंह ने सवाल उठाया कि जलकल विभाग की लापरवाही से हुए नुकसान की भरपाई क्या अधिकारी करेंगे? क्या इसकी जिम्मेदारी नगर निगम लेगा? व्यापारियों नीलेश चतुर्वेदी, संजय श्रीवास्तव, अमित जायसवाल, विनय अग्रवाल ने बताया कि सीवर ओवरफ्लो से काफी नुकसान हुआ है.
पक्की बाजार में सीवर ओवरफ्लो हो रहा
जिला मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर पक्की बाजार में लोग सीवर ओवरफ्लो की समस्या से जूझ रहे हैं. पुलिस लाइन चौराहे के पास पक्की बाजार में सीवर लाइन जाम हो गई है. जिससे सीवेज मकान के भीतर पहुंच रहा है. स्थानीय लोगों ने कहा कि जलकल विभाग में कई बार शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क