उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पांडेयपुर स्थित जिला अस्पताल की सम्पूर्णा क्लीनिक में 476 महिलाओें को ‘क्रायोथेरेपी’ से नया जीवन मिला है. क्लीनिक प्रभारी डॉ. जाह्नवी सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में शुरू क्लीनिक का मकसद महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देना है. इनमें सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर से सम्बन्धित जांच और उचित उपचार भी हैं.
उन्होंने बताया कि पांच साल में 476 महिलाओं में प्री-सर्वाइकल कैंसर के लक्षण मिले. उन्हें क्रायोथेरेपी दी गई. गर्भाशय के मुख की ठंडी सिकाई को क्रायोथेरेपी कहा जाता है. इससे गर्भाशय में हुए संक्रमण के साथ सर्वाइकल कैंसर का खतरा खत्म हो जाता है.
इस उपचार के लिए मरीज को भर्ती होने की जरूरत नहीं होती. गर्भाशय का मुख एचपीवी वायरस से संक्रमित है या नहीं, यह पता लगाने के लिए वीआईए विधि से जांच की जाती है. इस जांच में मात्र दो मिनट लगता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को मैनोपोज के बाद, पीरियड खत्म होने या यौन संबंध के बाद रक्तस्राव हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. सम्पूर्णा क्लीनिक में जांच सुविधा उपलब्ध है.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क