
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क ड्रग विभाग की सैंपलिंग में नौ एंटीबायोटिक और गैस की एक दवा के सैंपल फेल हो गए हैं. इन दवाओं की बिक्री करने वाले दो मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ कोर्ट में वाद दाखिल किया है. ये लोग बनारस सहित आसपास के जिलों में दवा सप्लाई करते थे. सप्लाई वाले जिलों की भी सूची बन रही है. पिछले एक साल में 52 दवाओं के सैंपल फेल हो चुके हैं. इनमें एंटीबायोटिक, हृदय, चेस्ट, बुखार में उपयोग होने वाली दवाएं शामिल हैं.
ड्रग विभाग ने पिछले वर्ष 14 अप्रैल को जैतपुरा स्थित मेसर्स विकास फार्मा और 28 जून को मुर्दहा बाजार के मेसर्स राज मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी. दोनों जगह से सैंपल लिए गए थे. विकास फार्मा के छह और राज मेडिकल के चार सैंपल फेल हुए हैं. ड्रग इंस्पेक्टर अमित बंसल ने बताया कि एंटीबायोटिक पिपरकिल्लिन का उपयोग कई गंभीर बैक्टीरियल संक्रमणों के उपचार में होता है. उन्होंने कहा कि एंटीबायोटिक में ज्यादा मुनाफा होता है. इसलिए उनका नकली फार्म भी धड़ल्ले से बिकता है. ड्रग इंस्पेक्टर अमित बंसल ने बताया कि कई निर्माता का एड्रेस भी गलत मिला है. कई दवा पर हरियाण का एड्रेस मिला लेकिन वहां कोई कंपनी नहीं मिली.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क