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Varanasi  होटल ओरिएंट समेत चारों कब्जे हफ्तेभर में खाली कराएं कोर्ट, जिला जज ने दिया आदेश, एक हफ्ते में खाली कराएं जमीन
 

Varanasi  होटल ओरिएंट समेत चारों कब्जे हफ्तेभर में खाली कराएं कोर्ट, जिला जज ने दिया आदेश, एक हफ्ते में खाली कराएं जमीन


उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  मालरोड स्थित 113 साल पुराने भवन के लीज रेंट मामले में एलआईसी को एक हफ्ते में भवन खाली करने का आदेश जिला जज ने दिया है. आदेश में भवन न खाली करने पर बल प्रयोग कर कब्जा करने का आदेश किया गया है.
मालरोड स्थित लगभग 1100 वर्ग गज बिल्डिंग का एलआईसी पर 4.96 करोड़ रुपये से ज्यादा लीज रेंट बकाया है. रक्षा संपदा विभाग के लीज रेंट मांगने पर कोर्ट में अपील की गई थी जिसे खारिज कर दिया गया. साथ ही ओरिएंट होटल सहित चारों कब्जे खाली कराने का आदेश कोर्ट ने दिया है.
जिला जज संदीप जैन ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद निष्पादित लीज डीड के आधार पर फैसला सुनाया. जिसके मुताबिक माल रोड स्थित भवन नंबर 431 पर पिछले 113 वर्षों से काबिज एलआईसी को नयी लीज रेंट पालिसी के तहत बकाया 4 करोड़ 96 लाख 88 हजार 337 रुपये अदा करने होंगे. रकम अदा न करने पर एक सप्ताह के अंदर खाली करने का आदेश अदालत ने दिया है. यदि एक सप्ताह के अंदर खाली नहीं किया जाता तो केंद्र सरकार बल प्रयोग कर कब्जा प्राप्त कर सकती है.

शासकीय अधिवक्ता कौशल किशोर शर्मा के मुताबिक 4 अक्तूबर 1910 को सर्वे संख्या 431 की भूमि 173 रुपये सालाना की दर से आवंटित की गई थी. बाद में इसे एलआईसी को स्थानांतरित किया गया. एलआईसी की 99 साल की यह लीज 4 अक्टूबर 2009 को समाप्त हो गई. केंद्र सरकार की नई लीज रेंट पालिसी के तहत रक्षा संपदा अधिकारी ने भारत जीवन बीमा निगम से लीज डीड नवीनीकृत कराने को लिखा. एलआईसी ने लीज रेंट अदा नहीं किया और डीड को नवीनीकृत नहीं कराया. इससे उन्हें अवैधानिक अध्यासी मानकर उनके विरुद्ध 2 अप्रैल 2018 को बेदखली आदेश पारित किया गया. इस आदेश के विरुद्ध एलआईसी प्रबंधन ने जिला जज न्यायालय में अपील दाखिल की थी. हीरपैलेस टॉकीज के सामने स्थित इस भवन परिसर में ओरिएंट होटल एंड रेस्टोरेंट, ड्यूक एंड कंपनी, रीता फ्रूड्स और नादर्न मोटर्स को किरायेदार के रूप में बसा दिया गया. किसी ने बकाया लीज रेंट नहीं अदा किया. सभी किराएदारों ने रक्षा संपदा के इस्टेट आफिसर के बेदखली आदेश को 2018 में जिला जज के समक्ष अपील दाखिल कर चुनौती दे दी.

एक नजर
● 1910 में इस परिसर की लीज एक अंग्रेज के नाम की गई
● 1917 में अंग्रेज ने बिल्डिंग एक इंश्योरेंस कंपनी को दी. साथ ही होटल व अन्य को किरायेदार बनाया.
● 1957 में इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी में मर्ज हो गई. इस पर रेंट लीज एलआईसी के नाम हो गई.
● 4 अक्टूबर 2009 में खत्म हुई थी लीज, बढ़े रेंट के खिलाफ की गई थी अपील


वाराणसी न्यूज़ डेस्क
 

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