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उदयपुर में मंदिर में चोरी पर हुआ विरोध-प्रदर्शन, फुटेज में देखें थानेदार पर लगा ​पूर्व MLA से धक्का-मुक्की का आरोप

उदयपुर में मंदिर में चोरी पर हुआ विरोध-प्रदर्शन, फुटेज में देखें थानेदार पर लगा ​पूर्व MLA से धक्का-मुक्की का आरोप

वल्लभनगर के ऐतिहासिक शीतला माता मंदिर से करीब 30 किलो चांदी की चोरी हुए अब 14 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अब तक चोरों का सुराग तक नहीं लगा पाई है। मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर क्षेत्र में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को इसी को लेकर स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों और वकीलों ने मिलकर जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया।

इस विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि चोरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और मंदिर की चोरी की घटना का शीघ्र खुलासा हो। प्रदर्शन के दौरान बाजार बंद रखे गए और कुछ समय के लिए यातायात भी बाधित हुआ।

पूर्व विधायक भी उतरीं मैदान में

प्रदर्शन में वल्लभनगर की पूर्व विधायक प्रीति गजेन्द्रसिंह शक्तावत भी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुईं। उन्होंने मंदिर में हुई चोरी को धार्मिक और सामाजिक आस्था पर हमला बताते हुए पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। शक्तावत ने आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय थानेदार ने उनके साथ धक्का-मुक्की की, जो कि बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय है।

उन्होंने कहा, "मैं जनता के साथ खड़ी हूं। मंदिर की सुरक्षा और चोरी की जांच में पुलिस पूरी तरह विफल रही है। ऊपर से जब जनप्रतिनिधि सवाल पूछते हैं तो उनके साथ ही दुर्व्यवहार किया जाता है।"

पुलिस ने दर्ज किया मामला

पूर्व विधायक के आरोपों के बाद मामला और गरमा गया। पुलिस ने धक्का-मुक्की के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं मंदिर चोरी के मामले में भी जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।

थाना अधिकारी का कहना है कि मंदिर में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और चोरी की घटना संभवतः देर रात हुई थी। हालांकि, अब मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त गश्त लगाई जा रही है।

लोगों में आक्रोश

चोरी की घटना और पुलिस की लचर जांच से लोगों में रोष है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐतिहासिक मंदिरों की सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। व्यापारियों और समाजसेवियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा।

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