बीसलपुर बांध का पहली बार जुलाई में खोला गया गेट, एक्सक्लुसीव फुटेज में देखें 6000 क्यूसेक पानी निकाला, अलर्ट मोड पर प्रशासन
राजस्थान के बीसलपुर बांध से जुड़ी एक अहम खबर सामने आई है। गुरुवार शाम को बांध का एक गेट एक मीटर तक खोल दिया गया, जिससे करीब 6000 क्यूसेक पानी बनास नदी में छोड़ा जा रहा है। इस निर्णय का सीधा असर सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र में बहने वाली बनास नदी में देखने को मिलेगा। पानी के बढ़ते प्रवाह को देखते हुए स्थानीय प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
भारी वर्षा के कारण लिया गया निर्णय
हालिया दिनों में बीसलपुर बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर को संतुलित रखने और अतिरिक्त पानी को सुरक्षित तरीके से निकालने के लिए बांध प्रशासन ने यह गेट खोलने का फैसला लिया। अधिकारियों के अनुसार, यदि वर्षा इसी तरह जारी रही तो आने वाले दिनों में अन्य गेट भी खोले जा सकते हैं।
बनास नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना
बीसलपुर से छोड़ा गया पानी बनास नदी के रास्ते सवाई माधोपुर जिले में प्रवेश करेगा, जिसका असर चौथ का बरवाड़ा, मलारना डूंगर और आसपास के गांवों में देखने को मिल सकता है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में निचले इलाकों में बसे लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। संभावित खतरे को देखते हुए राजस्व, आपदा प्रबंधन और पुलिस विभागों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन की तैयारियां
सवाई माधोपुर जिला प्रशासन ने कहा है कि बनास नदी के किनारे बसे गांवों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। संबंधित विभागों को बोट, जीवन रक्षक उपकरण, मेडिकल किट और आपातकालीन दलों के साथ तैयार रहने को कहा गया है। साथ ही, लोगों को नदी के पास न जाने की हिदायत दी गई है।
बीसलपुर बांध की स्थिति
बीसलपुर बांध राजस्थान के सबसे प्रमुख जलाशयों में से एक है, जो अजमेर, जयपुर और टोंक जैसे शहरों की जलापूर्ति का मुख्य स्रोत है। वर्तमान में बांध का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके चलते अतिरिक्त पानी की निकासी जरूरी हो गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह पानी खेती और पेयजल के लिए लाभकारी होगा, लेकिन सावधानी जरूरी है।

