टोंक के राजमहल गांव में दूसरे दिन भी उबाल, बजरी माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन जारी

राजस्थान के टोंक जिले के राजमहल गांव में बजरी माफियाओं के खिलाफ आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार रात 26 वर्षीय पप्पू गुर्जर की बजरी लदे ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के बाद गुरुवार को शुरू हुआ विरोध शुक्रवार को भी जारी रहा। मृतक के परिजन और ग्रामीण न्याय और माफियाओं से मुक्ति की मांग कर रहे हैं। पूरे इलाके में भारी तनाव व्याप्त है और पुलिस प्रशासन मौके पर डटा हुआ है।
मौत से उभरा गुस्सा, गांव में उबाल
बताया जा रहा है कि बुधवार देर रात देवली उपखंड के राजमहल गांव में बजरी माफियाओं के ट्रैक्टर ने पप्पू गुर्जर को जानबूझकर कुचल दिया। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके में लंबे समय से अवैध बजरी खनन चल रहा है, जिसकी शिकायतें बार-बार प्रशासन को दी गईं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
घटना के बाद गांव में भारी आक्रोश फैल गया। गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शव के साथ धरना शुरू कर दिया और ट्रैक्टर मालिकों व बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस-पब्लिक टकराव, महिलाओं ने पुलिस को खदेड़ा
शुक्रवार को जब पुलिस मौके पर समझाइश देने पहुंची, तो स्थिति और बिगड़ गई। महिलाओं ने दूनी थाना पुलिस के जवानों से मारपीट की और उन्हें गांव से खदेड़ दिया। इस टकराव के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। गांव और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रशासन के साथ वार्ता विफल
पिछले दो दिनों में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मृतक परिवार और ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल से कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन मांगों पर सहमति नहीं बन पाने के कारण प्रदर्शन जारी है। ग्रामीणों की मांग है कि पप्पू गुर्जर की मौत को हत्या माना जाए, और बजरी माफियाओं पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए, साथ ही इलाके में बजरी खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
प्रमुख मांगें
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पप्पू गुर्जर के परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी।
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ट्रैक्टर मालिक और ड्राइवर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी।
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बजरी माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई और खनन पर रोक।
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गांव में स्थायी पुलिस चौकी की स्थापना।
क्या कहता है प्रशासन
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, हालात को काबू में रखने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल और अधिकारियों को तैनात किया गया है। जिलाधिकारी और एसपी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वार्ता के प्रयास अब भी जारी हैं।