बिहार न्यूज़ डेस्क चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) में कैटलिस्ट स्टार्टअप लॉ एंड पॉलिसी समिट 24 का आयोजन किया गया. बिहार उद्यमिता हब, स्टार्टअप बिहार, और डेवलप्ड इंडिया मिशन जैसे प्रमुख साझेदारों के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में स्टार्ट अप संस्कृति को बढ़ावा देने और कानूनी और नीति ढांचे के भविष्य को आकार देने के प्रति परिचर्चा हुई.
सीएनएलयू के कुलपति ने प्रो. फैजान मुस्तफा सीआईआईएलई (सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड लीगल एंटरप्रेन्योरशिप) के माध्यम से उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दुहराई. रजिस्ट्रार प्रो.एसपी सिंह ने स्टार्टअप्स की समकालीन चुनौतियों के बारे में बताया.
सीआईआईएलई के संकाय संयोजक और कैटालिस्ट के मुख्य सचिव डॉ. एमडी. सफीउल्लाह ने वर्तमान निवेश कानून चुनौतियों, डिजिटल अर्थव्यवस्था, और आज की अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप्स की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया. सहायक प्रोफेसर और सीआईआईएलई की सह-संयोजक डॉ. कीर्ति ने कहा कि यह कानूनी शिक्षा, उद्योग, और नीति निर्माताओं के बीच की खाई को पाटने का प्रयास है.
शिखर सम्मेलन की शुरुआत प्रगति चौरसिया के स्वागत भाषण के साथ हुई.
80 भारतीय स्टार्टअप्स असफल हो जाते हैं
पैनलिस्टों द्वारा दिए गए प्रमुख सुझावों में निवेशकों के लिए जोखिमों पर चर्चा की गई. विशेषज्ञों ने कहा कि 80 प्रतिशत भारतीय स्टार्टअप्स असफल हो जाते हैं. उन्होंने अन्य एशियाई देशों के साथ तुलना की और भारत में उच्च कराधान और ब्याज दरों की चुनौतियों पर चर्चा की. प्रतिभागियों ने पेटेंट बॉक्स प्रणाली के दायरे, नियामक अस्थिरता और ईएसओपी (कर्मचारी स्टॉक स्वामित्व योजनाओं) के बारे में भ्रम की चर्चा की. सम्मेलन में प्रतिष्ठित कानूनी पेशेवरों ने भाग लिया.
खैतान एंड कंपनी में पार्टनर सुप्रतीम चक्रवर्ती, साइरिल अमरचंद मंगलदास में पार्टनर बिप्लब लेनिन, इंडस लॉ में पार्टनर राघव मुथन्ना, आनंद एंड आनंद में पार्टनर शांतनु सहाय, लक्ष्मी कुमरन एंड श्रीधरन अटॉर्नी में प्रिंसिपल एसोसिएट समीर अवसाराला और साईकृष्णा एंड एसोसिएट्स में सीनियर एसोसिएट सुदर्शन एमजे ने भाग लिया.
सिवान न्यूज़ डेस्क

