बिहार न्यूज़ डेस्क इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए) बिहार चैप्टर की ओर से डिजाइन यात्रा आयोजित हुई.
इस दौरान वास्तुकला और अग्नि सुरक्षा जागरूकता में उत्कृष्टता का प्रदर्शन भी किया गया.
बिस्कोमान भवन के ग्रैंड आइवरी में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आइआईए पूर्वी क्षेत्र के सीओए स्वप्नदत्त मोहंती ने कहा कि सभी का अपना-अपना क्षेत्र होता है और उसकी उसमें विशेषज्ञता होती है. लेकिन आज कल वास्तुविद का काम किसी से भी करा लिया जाता है, जिन्हें संपूर्ण जानकारी नहीं होती है. जिस अनुसार चिकित्सा सेवा में भी अलग-अलग स्पेशलाइजेशन हो उसी प्रकार इंजीनियरिंग में भी है. लेकिन आज-कल डिप्लोमा व सिविल वाले भी आर्टिटेक बन जा रहे हैं. इसके कारण यह क्षेत्र के लोगों की बदनामी हो रही है. आर्टिटेक्चर में लोग कम आ रहे हैं. शैक्षणिक संस्थानों में नामांकन कम हो रहा है. इसके लिए सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. वास्तुविद का काम वास्तुविद ही करें. इसके लिए सरकार को भी पहल करनी चाहिए. वहीं, बिहार सरकार के पूर्व राज्य अग्निशमन अधिकारी रमेश चंद्र ने कहा कि अभी भी अग्निशमन को लेकर स्पष्ट बायलॉज नहीं है. कई बातें उसमें स्पष्ट नहीं है. फॉर्म भरने में परेशानी हो रही है. इसे ऑनलाइन करना चाहिए. साथ में आवेदन करने की प्रक्रिया को भी सरल बनाने की जरूरत है. इस दोरान अग्निशमन विभाग के समिति सदस्य अचलेश नंदन ने कहा कि अग्निशमन को लेकर बैंक गारंटी देना पड़ता है. सरकार को प्राइवेट बिल्डिंग में अग्निशमन के नियम-को सख्ती से लागू करना चाहिए.
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता डिजाइन की लगी प्रदर्शनी भारतीय वास्तुकला में उपलब्धियों का जश्न मनाने वाली एक प्रदर्शनी भी लगायी गयी. अभिषेक शर्मा (अध्यक्ष), अशेष कुमार (उपाध्यक्ष), श्याम प्रसाद एवं प्रदीप कुमार (संयुक्त मानद सचिव), कुमार अमित (कोषाध्यक्ष) और कार्यकारी सदस्य मोहम्मद दानिश आदि थे.
शिक्षक-अभिभावक संवाद कार्यक्रम आयोजित
पटना के गुरुदेव पैरामेडिकल कॉलेज और हाजीपुर के गुरुदेव कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज में विशेष शिक्षक-अभिभावक संवाद कार्यक्रम हुआ. गुरुदेव पैरामेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष एसके पांडे मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. उन्होंने शिक्षकों के योगदान और अभिभावकों के सहयोग की सराहना की. कार्यक्रम के दौरान छात्रों के प्रदर्शन, उनकी कमजोरियों और संभावित सुधारों पर भी चर्चा हुई.
सिवान न्यूज़ डेस्क