बिहार न्यूज़ डेस्क प्रखंड के मधवापुर कठतल गांव स्थित हर्षितेश्वर शिव मंदिर परिसर में हो रहे पांच दिवसीय पांच कुंडीय राष्ट्र जागरण अभियान गायत्री महायज्ञ को लेकर की सुबह कलश यात्रा निकाली गई.
यज्ञ मंडप से कलश लेकर श्रद्धालु रजनपुरा, हुसेना, उबधी होते हुए बखरी के आनंद बाग मठ के सामने स्थित दाहा नदी घाट पहुंचे. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश पूजन के बाद कलश भराई की गई. वहां से श्रद्धालु यज्ञ मंडप पहुंचे. कलश यात्रा में काफी संख्या में युवतियां व महिलाएं शामिल रहीं. हर-हर महादेव के नारे से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया. यज्ञ की पूर्णाहुति 4 को होगी. कलश यात्रा के दौरान मुंशी भारती, सरपंच नवीन सिंह, बनवारी लाल, राम किंकर, अनुपम, विश्वजीत, राजन, सूरज भगत, रवि गुप्ता, धर्मेंद्र गुप्ता, उमाशंकर सिंह थे.
राम छठियार में जुटी भीड़ : सिसवन. प्रखंड के चैनपुर बाजार स्थित भैरव नाथ मंदिर में भगवान श्रीराम के छठियार को लेकर भंडारे का आयोजन किया गया. भंडारे में करीब पांच सौ लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. मौके पर दिलीप कुमार पांडेय, लक्ष्मी नारायण सोनी, धम्मु यादव, लक्ष्मण प्रसाद, पप्पू कुमार, राजू प्रसाद, प्रदीप कुमार, चंदन कुमार सोनी थे.
कथा श्रवण से दूर होते हैं कष्ट
प्रखंड की पकड़ी पंचायत के महुअल महाल स्थित मां काली सह दुर्गा मंदिर के प्रांगण में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन की रात वृंदावन से पधारे प्रमोद कृष्ण दास जी महाराज ने अपनी अमृतमय वाणी से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने बताया कि भगवान की कथा श्रवण से हमारे जीवन के समस्त कष्ट समाप्त हो जाते हैं.
हमारे मानसिक विकार श्रीमद्भागवत कथा श्रवण मात्र से नष्ट हो जाते हैं और जब-जब हमारे हृदय में उक्त कथा की भावना होगी तब ही भगवान हमारे हृदय में अपना स्थायी जगह बनाकर निवास करने लगते हैं. इसलिए केवल कथा श्रवण करने से जीवन नहीं बदलेगा अपितु कथा को अपने जीवन और आचरण में लागू करना पड़ेगा. इसलिए श्रीमद्भागवत कथा हमारे जीवन से जुड़ी कथा है. इससे जुड़कर ही हमारा जीवन स्वर्णिम बनेगा और तभी जीवन में कल्याण सम्भव है.
सिवान न्यूज़ डेस्क