
बिहार न्यूज़ डेस्क शहर की सड़कों पर अवैध अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है. मुख्य सड़क हो या स्टेशन रोड, राजेंद्र पथ, अस्पताल रोड, थाना रोड और रजिस्ट्री रोड, हर जगह अतिक्रमण का बोलबाला है. अतिक्रमण के कारण जाम के दौरान पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। अतिक्रमण की स्थिति ऐसी है कि अगर इन मार्गों पर वाहन ले जाते हैं तो खरीदारों को सड़क पर चलने के लिए भी उचित जगह नहीं मिलती है.निराशाजनक बात यह है कि अतिक्रमण की समस्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है, लेकिन नगर परिषद उदासीन है। कभी नगर परिषद की उदासीनता से तो कभी अग्निपथ योजना के बाद हुए हंगामे से मामला अटक रहा है. शहर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम में लगातार उलझने से आम लोग परेशान हैं।
हालांकि पिछली बार 15 जून से 17 जून तक अनुमंडल प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का खाका तैयार किया था. अतिक्रमण हटाने से पहले इस संदर्भ में प्रचार की जिम्मेदारी नगर परिषद के ईओ को सौंपी गई थी. लेकिन अंतिम समय में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए 25, 26 व 27 जून को अतिक्रमण हटाने की नई तिथियां बदल दी गई, लेकिन मामला यहीं अटका हुआ नजर आ रहा है. वजह यह रही कि अग्निपथ योजना को लेकर शहर में चल रहे आंदोलन के चलते 17 जून की रात से धारा 144 लागू कर दी गई. सुरक्षा के लिए सभी चौराहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किया गया है। ऐसे में 25 जून से अतिक्रमण हटाने के अभियान पर रोक लगाते हुए अगले माह जुलाई में पूरी तैयारी के साथ शहरी क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया गया है.
सिवान न्यूज़ डेस्क