
बिहार न्यूज़ डेस्क प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के गांव की ग्रामीण सड़कों के किनारे मवेशियों को बांधने से मवेशियों के सड़क पर आने के लिए जगह कम बची है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. हालांकि राहगीरों व वाहन चालकों ने इस अधिनियम को अतिक्रमण की श्रेणी में रखकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
मवेशी बांधने से सड़क बदहाल होती जा रही है। राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। बताया जाता है कि प्रखंड के बसव, मोलनापुर, कन्हौली, सरायन श्रीकांत, सूर्यपुरा, कुमकुमपुर, बैजूबरहोगा और राजापुर पंचायत के गांवों में मवेशियों को बांधा जा रहा है. कहा जाता है कि कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को भी गांव पहुंचने में दिक्कत होती है. ग्रामीण नारायण पासवान, राजेंद्र तिवारी, सत्येंद्र सिंह व सरपंच अशोक महतो बताते हैं कि सड़कों पर मवेशियों को बांधने से अतिक्रमण की समस्या अब नासूर बन गई है. ऐसे में बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने या बच्चों को स्कूल ले जाने में दिक्कत हो रही है.
ऐसे में स्थानीय अधिकारी भी इन सब बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे अतिक्रमण सिंह दूरदराज के इलाकों में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की पहल से सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए.
सिवान न्यूज़ डेस्क