सीकर के जवान की अरुणाचल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, वीडियो में जानें 5 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

राजस्थान के शेखावाटी अंचल से एक और वीर सपूत ने देश सेवा के दौरान अपना प्राण न्यौछावर कर दिया। सीकर जिले के निवासी और भारतीय सेना की 24 जाट रेजिमेंट में तैनात जवान राजबीर सिंह की मौत अरुणाचल प्रदेश में संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सबसे भावुक पल तब आया, जब राजबीर सिंह के 5 वर्षीय बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी।
जवान राजबीर सिंह की मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि राजबीर पूरी तरह स्वस्थ थे और कुछ ही दिन पहले परिवार से फोन पर बातचीत भी हुई थी। परिजनों को जब सेना की ओर से उनकी मृत्यु की सूचना दी गई, तो कारण को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई, जिससे संदेह और भी गहरा गया है।
राजबीर सिंह करीब 8 वर्षों से भारतीय सेना में सेवा दे रहे थे और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग अरुणाचल प्रदेश के संवेदनशील इलाके में थी। वे बेहद अनुशासित और समर्पित सैनिक के रूप में पहचाने जाते थे। उनकी मौत की खबर के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है, लेकिन साथ ही लोगों में यह जानने की जिज्ञासा भी है कि आखिर जवान की मौत किन हालात में हुई।
सेना की ओर से अब तक इस मामले में कोई विस्तृत आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। परिजन व ग्रामीण मृत्यु की जांच की मांग कर रहे हैं और उनका कहना है कि जब तक मौत के पीछे की असली वजह सामने नहीं आती, तब तक उन्हें संतोष नहीं मिलेगा।
अंतिम संस्कार के मौके पर प्रशासन और सेना के अधिकारी भी मौजूद रहे। जैसे ही राजबीर सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा गांव पहुंचा, वहां 'राजबीर अमर रहे' और 'भारत माता की जय' के नारों से माहौल गूंज उठा। पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें विदाई दी गई। उनके 5 वर्षीय बेटे द्वारा मुखाग्नि देने का दृश्य इतना भावुक था कि हर आंख नम हो गई।
गांव के लोगों का कहना है कि राजबीर सिंह न केवल एक बहादुर जवान थे, बल्कि एक जिम्मेदार बेटा, भाई और पिता भी थे। उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।