थप्पड़कांड पर नरेश मीणा ने खाटूश्यामजी पहुंच जताया अफसोस, दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत का सामने आया वीडियो
कुछ दिन पहले प्रशासनिक हलकों में हलचल मचाने वाले एसडीएम को थप्पड़ मारने की घटना के केंद्र में रहे नरेश मीणा मंगलवार को खाटूश्यामजी मंदिर पहुंचे। दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने पहली बार इस घटना पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी।
नरेश मीणा ने कहा, "जो घटना हुई थी, वह तात्कालिक थी। उस समय जो स्थिति बनी, वह दुर्भाग्यपूर्ण थी। मैं मानता हूं कि वह सब आवेश में हुआ और मुझे इस बात का गहरा अफसोस है।" उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रशासन का सम्मान करते हैं और किसी भी अधिकारी से उनका कोई व्यक्तिगत वैर नहीं है।
घटना को बताया भावनात्मक क्षण का परिणाम
मीणा ने साफ शब्दों में स्वीकार किया कि वह घटना भावनात्मक उबाल और तनावपूर्ण हालात में हुई थी। उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसी घटनाओं की जगह नहीं होनी चाहिए, और वह खुद भी इस बात को मानते हैं।
“मैं खुद भी नहीं चाहता था कि ऐसा कुछ हो, लेकिन जो कंडीशन बनी, उसमें मैं संयम नहीं रख सका। अब मुझे इस पर बेहद पछतावा है,” उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा।
खाटूश्यामजी में किए दर्शन
नरेश मीणा मंगलवार सुबह खाटूश्यामजी मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की और समाज में शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना की। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी मौजूद रहे। दर्शन के बाद मंदिर के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने मन की बात साझा की।
प्रशासन और राजनीति में प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा रही थी। अधिकारी संघों और कर्मचारियों ने इस पर विरोध दर्ज कराया था। वहीं, कई राजनीतिक दलों ने भी इसे कानून-व्यवस्था से जुड़ा गंभीर मामला बताया था।
अब जब नरेश मीणा ने इस घटना को लेकर सार्वजनिक रूप से अफसोस जताया है, तो माना जा रहा है कि वे इस मुद्दे पर डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक प्रशासनिक स्तर पर उनके खिलाफ हुई कार्रवाई पर कोई नई जानकारी सामने नहीं आई है।

