Sikar दर्द; पल्ले से 355 करोड़ रु. फसल खत्म, संवेदनहीनता : दफ्तर व चौपाल पर नुकसान का आकलन, खेतों में नहीं जा रहे गिरदावर-पटवारी

राजस्थान न्यूज डेस्क, सीकर जिले में इन दिनों ओलावृष्टि से हुए नुकसान के आकलन के लिए गिरदावरी का दौर चल रहा है. कृषि विभाग के प्रारंभिक आकलन के अनुसार कीट के कारण जिले में 355 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पालना से नुकसान का बीमा क्लेम नहीं मिलने पर शासन के आदेश पर कलेक्टर ने 17 जनवरी को गिरदावरी का आदेश दिया. यह काम 18 जनवरी से शुरू हो गया है.
मंगलवार को दैनिक भास्कर के 15 रिपीटर्स ने धोद, सीकर, दांतारामगढ़ क्षेत्र की 19 पंचायतों के 32 गांवों में जाकर गिरदावरी का सच जानने की कोशिश की. इस दौरान चौंकाने वाला सच सामने आया। कई स्थान ऐसे मिले जहां गिरदावर-पटवारी खेतों तक नहीं पहुंचे। भास्कर टीम ने किसानों के खेत से पटवारियों को बुलाया तो खेत में ही उनका हवाला दिया गया। जबकि हकीकत में वे दफ्तरों में मिले थे।
कई जगह पटवारी किसानों को बैठाकर गिरदावरी भरते पाए गए। इधर, कृषि के प्रारंभिक आकलन के अनुसार 1.3 लाख हेक्टेयर में नुकसान हुआ है। कलेक्टर ने गिरदावरी रिपोर्ट सात दिन में देने पर रोक लगा दी थी।
सीकर न्यूज डेस्क!!!