राजस्थान के सीकर जिले में देर रात एक भयानक सड़क हादसा सामने आया। कोतवाली थाना क्षेत्र में बीकानेर हाईवे पर स्लीपर बस और ट्रक की भीषण टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई और 18 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसा तब हुआ जब स्लीपर बस, जो गुजरात के तीर्थ यात्रियों को लेकर वैष्णो देवी के दर्शन के बाद खाटूश्यामजी जा रही थी, फतेहपुर के पास नए बाईपास से गुजर रही थी। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक से बस की टक्कर हो गई। हादसे के बाद बस और ट्रक दोनों का क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास का इलाका दहशत में डूब गया।
स्थानीय पुलिस और आपातकालीन टीम तुरंत मौके पर पहुंची। घायल यात्रियों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर होने के कारण तुरंत इलाज शुरू किया गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और घायलों का उपचार चल रहा है।
हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट, तेज रफ्तार या लापरवाही हो सकती है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए दोनों वाहनों के ड्राइवरों से पूछताछ की जा रही है और मौके से साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीकानेर हाईवे पर हाल ही में बनाए गए नए बाईपास के पास सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना जरूरी है। कई बार वहां सड़क का निर्माण अधूरा या खराब होने की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की सख्ती की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है।
राज्य परिवहन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जांच कराएंगे। इसके अलावा, हादसे में घायल यात्रियों के लिए सभी आवश्यक राहत उपाय किए जा रहे हैं।
हादसे ने यात्रियों और उनके परिजनों में डर और चिंता पैदा कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने भी सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।
सीकर पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में शामिल ट्रक और बस को जब्त कर लिया गया है और दुर्घटना के मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे बीकानेर हाईवे पर अतिरिक्त सतर्कता बरतें और दुर्घटना से बचने के लिए नियमों का पालन करें।
इस भीषण सड़क हादसे ने राजस्थान में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सड़क निर्माण में गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और परिवहन विभाग के लिए यह एक चेतावनी है कि जल्द से जल्द सुरक्षा उपायों और सड़क मानकों को सख्ती से लागू करना आवश्यक है।

