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Shimla सर्दियों में पैरालिसिस के मरीजों की बढ़ी संख्या
 

पैरालिसिस (लकवा)​ होने के कारण और निदान

हिमाचल प्रदेश न्यूज़ डेस्क, सर्दी शुरू हो गई है. ऐसे में लकवे के मरीजों के लिए खतरा पैदा हो रहा है। आजकल पैरालिसिस के मरीजों को अटैक आने का खतरा रहता है। शरीर की नसों में खून की रुकावट के कारण दौरे पड़ते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि धूम्रपान करने वाले लोगों को इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। यहां तक कि अब युवाओं में भी इसके लक्षण पाए जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि युवा नशे की ओर बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में प्रतिदिन 25 से 30 मरीज आ रहे हैं, जिनमें दो युवा भी शामिल हैं।


सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल चामियाणा के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया के अनुसार लकवा खून का थक्का जमने या अत्यधिक धूम्रपान के कारण होता है। आजकल युवा भी लकवे से पीड़ित हो रहे हैं, जिसका मुख्य कारण अत्यधिक धूम्रपान और दुर्घटनाओं के कारण खून का जमना है। सर्दियों में ठंड के कारण खून का थक्का जमने का खतरा अधिक रहता है। अस्पताल में लकवा के ज्यादातर मामले विटामिन की कमी, धूम्रपान, हृदय संबंधी समस्याओं और रक्तचाप के कारण होते हैं। ठंड के मौसम में लकवा के मामले तेजी से बढ़ते हैं। ऐसे में लोगों को सर्दियों में खास ख्याल रखने की जरूरत है.
शिमला न्यूज़ डेस्क!!!
 

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