रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर फिर दिखा बाघ का मूवमेंट, वीडियो में जानें श्रद्धालुओं में डर का माहौल

राजस्थान के प्रसिद्ध रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर हाल ही में खतरे की स्थिति बढ़ गई थी, जब बाघिन टी-84 के तीनों शावकों की शिफ्टिंग की गई थी। इससे पहले श्रद्धालुओं और पर्यटकों में सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल था, लेकिन शावकों की शिफ्टिंग के बाद राहत की लहर दौड़ी थी। हालांकि, बुधवार को एक बार फिर से मंदिर मार्ग पर बाघ का मूवमेंट देखा गया, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों की चिंताएं फिर से बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, बाघ का मूवमेंट मंगलवार देर रात से बुधवार सुबह के बीच देखा गया था। इसे देखते हुए वन विभाग और मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को कड़ा कर दिया है। ट्रैकिंग और निगरानी के लिए तैनात सुरक्षा कर्मियों को सतर्क किया गया है, और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे मंदिर मार्ग पर चलते वक्त विशेष ध्यान रखें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
बाघिन टी-84 के शावकों की शिफ्टिंग के बाद वन विभाग ने यह सुनिश्चित किया था कि इन शावकों को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा, ताकि किसी प्रकार की अप्रत्याशित घटना न हो। लेकिन अब बाघ का मूवमेंट देखकर यह सवाल उठ रहा है कि क्या क्षेत्र में बाघ की संख्या बढ़ने से सुरक्षा खतरे में है।
रणथंभौर में बाघों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी बढ़ रही हैं। हाल के वर्षों में रणथंभौर पार्क में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है, और यह पार्क पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। लेकिन वन्यजीवों और मानवों के बीच संघर्ष की स्थिति लगातार बनी रहती है, जो कभी-कभी अप्रत्याशित घटनाओं का कारण बन सकती है।
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि वे इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और किसी भी प्रकार के अप्रिय घटना से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे, ताकि मंदिर के दर्शन में कोई रुकावट न आए।
इस बीच, वन विभाग के अधिकारियों ने फिर से सभी पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को चेतावनी दी है कि वे जंगल और मंदिर मार्ग पर बाघों के मूवमेंट के बारे में सतर्क रहें और बिना सुरक्षा उपायों के किसी भी जोखिम भरे क्षेत्र में प्रवेश न करें।