रणथंभौर में टाइगर अटैक में राधेश्याम माली की मौत, वन विभाग ने शव कब्जे में लिया

रणथंभौर में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जहां टाइगर के हमले में राधेश्याम माली की मौत हो गई। मृतक का शव जैन मंदिर से करीब 30 से 40 मीटर दूर झाड़ियों में पाया गया।
घटना का विवरण
वन विभाग की टीम ने राधेश्याम माली के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मोर्चरी में रखा गया है। शव की जांच में पाया गया कि मृतक की गर्दन पर बाघ के केनाइन के निशान थे, जबकि जांघ के हिस्से को भी टाइगर ने नुकसान पहुंचाया था।
बाघों की बढ़ती मौजूदगी
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, रणथंभौर किले के आसपास, खासकर गणेश धाम और मंदिर क्षेत्र के बीच के रास्तों पर बाघों की संख्या और उनकी गतिविधियां बढ़ रही हैं। इससे मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की स्थिति विकट होती जा रही है।
मानव-वन्यजीव संघर्ष की चुनौती
यह घटना हमें जंगल और मानव बस्तियों के बीच बढ़ते विवाद और संघर्ष की गंभीर समस्या की याद दिलाती है। वन्यजीवों के आवास क्षेत्र में घुसपैठ और संसाधनों की कमी इस तरह के घटनाओं को बढ़ावा देती है।
प्रशासन और वन विभाग की भूमिका
वन विभाग ने क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी करने और लोगों को सतर्क रहने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है। साथ ही स्थानीय लोगों को जंगल में सतर्कता बरतने और वन्यजीवों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।