साम्बा न्यूज़ डेस्क।। लंबे समय से वोट के अधिकार से वंचित वाल्मीकि समुदाय के सदस्यों ने मंगलवार (1 अक्टूबर, 2024) को जम्मू और कश्मीर (J&K) विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया और इसे "ऐतिहासिक क्षण" करार दिया। वाल्मीकि समुदाय को मूल रूप से 1957 में राज्य सरकार द्वारा स्वच्छता कार्य के लिए पंजाब के गुरदासपुर जिले से जम्मू-कश्मीर लाया गया था।
जम्मू एंड कश्मीर न्यूज़ डेस्क।।