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Rohtas जिप की गोलबंदी से अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति गरमाई

प्रस्ताव
 

बिहार न्यूज़ डेस्क जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी स्तुति के विरोध में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. 10  को तय हो जाएगा कि अध्यक्ष अपना विश्वास मत हासिल कर पाती हैं या नहीं. वैसे तिथि निर्धारित होने के बाद कई पार्षद पाला बदलने की फिराक में भी लग गए हैं. इसीलिए पक्ष और विपक्षी पार्षदों की लगातार बैठकें हो रही हैं.

कुछ पार्षद तो पटना से बाहर हैं जो 10  को आएंगे. अध्यक्ष के खिलाफ 26 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए आवेदन दिया है. इसी के आलोक में अध्यक्ष ने विशेष बैठक बुलाने के लिए पत्र जारी किया है. 10  को कलेक्ट्रेट के विकास भवन में विशेष बैठक होनी है. उसी दिन अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग भी होगी. अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर विकास भवन में मजिस्ट्रेट और पुलिसबल की तैनाती रहेगी. जिला परिषद की अध्यक्ष ने 32 पार्षदों के समर्थन से 2021 में कुर्सी हासिल की थी लेकिन विपक्षी पार्षदों का दावा है कि आधे से अधिक पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हैं.
इसलिए 26 पार्षदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया है. जानकारों का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करनेवाले कई पार्षद अब अध्यक्ष की ओर पाला बदलने लगे हैं. जिसके कारण जिला परिषद की राजनीति और गरमा गई है. इधर, उपाध्यक्ष आशा देवी के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक होनी है.
‘ आंगनबाड़ी सेविका को सरकारी कर्मी बनाएं’
ऐक्टू, महासंघ (गोप गुट) व ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन से संबद्ध बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन (ऐक्टू-गोप गुट) का प्रथम राज्य सम्मेलन  दारोगा राय पथ स्थित माले विधायक सत्यदेव राम के आवास पर हुआ. सम्मेलन में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की. इसके अतिरिक्त 16  को केंद्र सरकार के खिलाफ हड़ताल को सफल बनाने की चर्चा की गई. सम्मेलन से 19 सदस्यीय पदाधिकारी समिति चुनी गई.

रोहतास न्यूज़ डेस्क

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