बिहार न्यूज़ डेस्क संपत्ति कर के बड़े बकायेदारों के खिलाफ पटना नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी. पहले दिन 10 लोगों के खिलाफ कुर्की जब्ती होनी थी, लेकिन इससे पहले ही लोगों ने बकाया 40 लाख जमा कर दिया. नगर निगम ने 220 बड़े बकायेदारों के खिलाफ कुर्की जब्ती का नोटिस भेजा था. ऐसे लोगों पर एक लाख से अधिक बकाया है.
बड़े बकायेदारों के घर नगर निगम की टीम पुलिस के साथ पहुंची थी. टीम ने बकाये राशि के लिए दबाव बनाया अन्यथा संपत्ति को कुर्क करने की चेतावनी दी गई. उसके बाद लोगों ने बकाया राशि जमा की. पटना नगर निगम की ओर से नवंबर 2023 में ही सभी बकायेदारों को नोटिस एवं मांग पत्र निर्गत कर दिया गया था. राशि भुगतान नहीं होने पर पिछले सप्ताह 220 बड़े बकायेदारों को कुर्की-जब्ती का नोटिस भेजा गया. उसी के आलोक में कार्रवाई शुरू की गई है. निगम की टीम आशियाना दीघा रोड, एक्जीबिशन रोड, शांति विहार कॉलोनी दीघा, फ्रेजर रोड, अनीसाबाद, कंकड़बाग, मालसलामी पटना सिटी और बाइपास रोड भीखाचक पहुंची
टाउन प्लानर्स की टीम को संपत्ति जांच का जिम्मा पटना नगर निगम द्वारा विगत कई वर्षों से ऑटोमैप के माध्यम से भवन नक्शे की स्वीकृति दी जा रही है. समीक्षा के दौरान पाया गया कि भवन निर्माण के बाद भी बहुत सारे भवनों का कर निर्धारण नहीं होने के कारण पटना नगर निगम को राजस्व की हानि हो रही है. इसलिए पिछले पांच सालों में वैसे सभी भवन जिनके नक्शे की स्वीकृति पटना नगर निगम के द्वारा दी गई अथवा नक्शा पुनरीक्षण के लिए आवेदन प्राप्त हुई है, उन सभी की जांच करने के लिए टाउन प्लानर एवं अमीन की टीम चार टीमें गठित की गई है.
रोहतास न्यूज़ डेस्क