
बिहार न्यूज़ डेस्क दिसंबर 2023 तक देश से खसरा-रूबेला उन्मूलन को ले स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है. इसके तहत इस बीमारी की पहचान को लेकर विशेष सर्वे अभियान चलाया जाएगा. अभियान के दौरान आशा व आंगनबाड़ी सेविका खसरा-रूबेला के लक्षण वाले लोगों की जानकारी जुटाएंगी. पल्स पोलियो के साथ 28 मई से सर्वे अभियान शुरू होगी. अभियान की सफलता को लेकर विभाग तैयारी में जुटा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले से खसरा और रूबेला बीमारी के उन्मूलन को लेकर अभियान के माध्यम से टीके से वंचित बच्चों का पता लगाकर उन्हें टीकाकरण किया जा रहा है. खसरा और रूबेला की पहचान को लेकर एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग विशेष अभियान चलाएगी. 28 मई से शुरू हो रहे पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान पोलियो ड्रॉप पिलाने वाले स्वास्थ्यकर्मी बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के बाद घर के सदस्य की जानकारी इकह्वा करेंगे. इस दौरान आशा व सेविका खसरा और रूबेला के लक्षण वाले व्यक्तियों की भी पहचान करेंगी और इसकी रिपोर्ट विभाग को सौपेंगी. रिपोर्ट के अनुसार लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच करके खसरा और रूबेला बीमारी का पता किया जाएगा. जिले में खसरा और रूबेला के मरीज लगातार मिल रहे हैं. जिसमें खसरा के मरीज ज्यादा हैं.
लक्षण दिखने पर करांए इलाज
खसरा-रूबेला का लक्षण दिखने पर सबसे पहले घरों में सावधानी बरतें. जिसमें साफ सफाई के साथ अन्य लोगों से संपर्क से दूर रहें. क्योंकि यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है. जिस क्षेत्र में खसरा-रूबेला का मरीज मिलते हैं, उनके पोषक क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र को सूचित करके इसकी जांच कराई जाती है. लक्षण दिखने पर विटामिन की दो खुराक खिलाई जाती है. अगर लोगों को खसरा रूबेला के लक्षण दिखाई दें तो वे अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं. नजदीकी सरकारी अस्पताल से संपर्क करके उचित परामर्श ले सकते हैं.
रोहतास न्यूज़ डेस्क