![Dhanbad नगर निगम से स्वच्छता पर्यवेक्षक हटाने पर रोक,नगर निगम व सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/45f2cc1ec782acb5c2caa31378b61857.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
बिहार न्यूज़ डेस्क स्कूलों में जल्द बेंच-डेस्क की खरीद को लेकर शिक्षा विभाग ने प्रधानाध्यापकों को नया अधिकार दिया है. विभाग ने कहा है कि प्रधानाध्यापक दूसरे विभागों द्वारा चिह्नित ऐजेंसी से भी बेंच-डेस्क और टेबुल की खरीद कर सकते हैं.
विभाग ने सभी डीईओ को निर्देश दिया है कि आदेश का पालन सुनिश्चत कराएं. विभाग का लक्ष्य है कि स्कूलों में कोई भी बच्चा नीचे बैठकर नहीं पढ़ेगा. सभी के लिए बेंच-डेस्क उपलब्ध होंगे. इसी कड़ी में उक्त नया निर्देश विभाग ने जिलों को दिया है.
मालूम हो कि शिक्षा विभाग ने पूर्व में 688 एजेंसी-वेंडर को चिह्नित किया था, जिसके माध्यम से खरीद होनी थी. पर, अब इस नियम में थोड़ा संशोधन करते हुए यह दिशा-निर्देश जारी किया है. प्रधानाध्यापक पांच लाख रुपए तक के बेंच-डेस्क खरीद सकते हैं. हर बेंच-डेस्क की कीमत पांच हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.
डॉ सुधा सिन्हा को दिया गया सम्मान
पीयू से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. सुधा सिन्हा को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया.
नारायणी देवी अग्रवाल चेरिटिबल ट्रस्ट एंड गोल्डेन स्पैरॉज की ओर से दिल्ली के त्रिमूर्ति भवन में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया. इस अवसर पर प्रसिद्ध नृत्यांगना सुधा चंदन और राजेशानंद महाराज भी मौजूद थे. डॉ. सिन्हा को यह सम्मान समाजिक कार्य के लिए मिला है. डॉ. सुधा ने कहा कि यह सम्मान मेरे लिए गौरवपूर्ण क्षण है और आगे कुछ और बेहतर करने के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
बता दें कि डॉ. सुधा सिन्हा शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में अपने अमूल्य योगदान के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने कई दशकों तक छात्रों को प्रेरित और सशक्त बनाया है. यह सम्मान डॉ. सिन्हा के विशिष्ट योगदान और समाज के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
रोहतास न्यूज़ डेस्क