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Rohtas आईएचआईपी रिपोर्टिंग में रोहतास फर्स्ट, बीमारियों की प्रसार का समय रहते मिलेगी जानकारी, कोरोना के बाद आईएचआईपी रिपोर्टिंग पर फोकस
 

Rohtas आईएचआईपी रिपोर्टिंग में रोहतास फर्स्ट, बीमारियों की प्रसार का समय रहते मिलेगी जानकारी, कोरोना के बाद आईएचआईपी रिपोर्टिंग पर फोकस

बिहार न्यूज़ डेस्क कोरोना संक्रमण काल के बाद से ही जिले में आईएचआईपी (इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफार्मेशन प्लेटफार्म) रिपोर्टिंग पर स्वास्थ्य विभाग की फोकस है. रिपोर्टिंग को लेकर विभाग की सक्रियता रंग लाने लगी है. जिला सब सेंटरों के आईएचआईपी रिपोर्टिंग में जॉइंट फर्स्ट बना है. आईएचआईपी पोर्टल पर मरीजों से जुड़ी 33 तरह के बीमारियों की जानकारी अपलोड की जा रही है. ताकि, संक्रामक बीमारियों का समय रहते पता चल सके.
वह दिन दूर नहीं जब जिले में कहीं भी संक्रामक बीमारियों के प्रसार को समय रहते रोकना आसान होगा. इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफार्मेशन प्लेटफार्म आईएचआईपी ने इस काम को आसान कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आईएचआईपी प्लेटफार्म पर बुखार, पीलिया, मलेरिया, डेंगू, डायरिया, चिकनपाक्स, श्वानों व अन्य जानवरों के हमले में घायल समेत 33 तरह की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की सूचना 24 घंटे के भीतर दर्ज कर रहे हैं. आईएचआईपी पोर्टल पर रिपोर्टिंग का कार्य को लेकर जिला में जुलाई माह से तेजी दिख रही है. मरीजों से जुड़ी जानकारी पोर्टल पर हर दिन सबसेंटर, पीएससी व लैब की अलग-अलग अपलोड कराई जा रही है.

वहीं विभाग के अधिकारी कार्यालय में बैठे-बैठे अपने कम्प्यूटर अथवा टैब पर आसानी से देख रहे हैं कि कहां कौन सी बीमारी फैल रही है. विभाग की रैपिड रिस्पांस यानी आरआरटी टीम बीमारियों की रोकथाम में जुट जाती है. स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि टीबी समेत अन्य संक्रामक बीमारियों का फैलाव रोकने में यह प्लेटफार्म महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
रखी जा रही मरीजों से जुड़ी सभी जानकारी पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करने के दौरान मरीजों से जुड़ी सारी जानकारी दर्ज की जाती है. मरीज का नाम, पता, मोबाइल नंबर, उसका जीपीएस लोकेशन प्लेटफार्म पर डाला जाता है. आईएचआईपी की सतत निगरानी के दौरान यह पता चल जाता है कि जिलेभर में कहां किस बीमारी के ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. इस कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है. कर्मचारी मरीज का व्योरा लेने के बाद मौके से ही प्रभावित व्यक्ति या परिवार की जानकारी प्लेटफार्म पर अपडेट करते हैं. कर्मचारी क्षेत्र की लोकेशन भी शेयर करते हैं ताकि क्षेत्र में उस तरह के मामलों के बढ़ने पर आरआरटी को तुरंत सक्रिय किया जा सके.

रोहतास न्यूज़ डेस्क
 

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