Rishikesh दोस्ती इम्तिहान लेती है... ऐसी ही इम्तिहान की घड़ी आई द होराइजन स्कूल के छात्रों-शिक्षकों के सामने जब उन्हें पता लगा
ऋषिकेश न्यूज़ डेस्क।। दोस्ती लेती है परीक्षा... ऐसा ही एक परीक्षा का क्षण द होराइजन स्कूल के छात्रों और शिक्षकों के लिए तब आया जब उन्हें पता चला कि स्कूल के 12वीं के टॉपर को एन्यूरिज्म के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। होनहार की इलाज लागत बहुत अधिक थी और पर्याप्त पैसा उपलब्ध नहीं था। ऐसे में स्कूल के छात्रों ने पॉकेट मनी से बचाए हुए पैसों को इकट्ठा करना शुरू किया, शिक्षक और अभिभावक भी इसमें शामिल हुए और हर कोई अपने दोस्त की जान बचाने के लिए आगे आया। सफल सर्जरी के बाद छात्र को फरीदाबाद वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
द होराइजन स्कूल, जॉली ग्रांट के 12वीं कक्षा के टॉपर संजय कोठियाल के बेटे निखिल कोठियाल (18) को धमनीविस्फार का पता चला है। इस छात्र ने बिना ट्यूशन के 12वीं सीबीएसई परीक्षा में 96.5 फीसदी अंक हासिल कर स्कूल टॉप किया. छात्र को 29 अक्टूबर को स्कूल के वार्षिक समारोह में पुरस्कार मिलना था, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के कारण छात्र अपना पुरस्कार लेने नहीं गया. निखिल थानो के कुड़ियाल गांव में रहता है। कोरोना काल में उनके पिता की होटल की नौकरी छूट गई. जब स्कूल को छात्र की बीमारी के बारे में पता चला तो पूरा स्कूल निखिल की मदद करने में जुट गया. छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. स्कूल के सभी छात्र और शिक्षक अपने स्कूल के इस मेधावी छात्र को लेकर चिंतित हैं. छात्र के पिता संजय कोठियाल ने बताया कि फरीदाबाद में ऑपरेशन के बाद निखिल को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। ट्यूबों के माध्यम से पेय पदार्थ परोसे जा रहे हैं। निखिल जेईई की तैयारी में जुटा था। उन्हें इसका पता तब चला जब वह पुरस्कार लेने के लिए वार्षिक समारोह में नहीं पहुंचे। पूरा स्कूल और शिक्षक अपने प्रतिभाशाली छात्र के साथ खड़े हैं। उनकी हरसंभव मदद की जायेगी. -नम्रता शर्मा, प्रिंसिपल, द होराइजन स्कूल आर्थिक तंगी से जूझ रहे संजय के बेटे निखिल ने टॉप कर गांव का नाम रोशन किया है। गांव के तमाम लोग, रिश्तेदार आदि इस आशा के परिवार की हरसंभव मदद करने में लगे हुए हैं।

