पिछले शुक्रवार को भूकंप की अफवाहें सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल गईं। इसके चलते नगर क्षेत्र में बुजुर्गों व बच्चों के साथ लोगों ने कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारी। इस संबंध में कार्रवाई करते हुए कोतवाली पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिला मुख्यालय में लगातार आ रहे भूकंप के झटकों के बीच कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैला दी कि शुक्रवार देर रात शक्तिशाली भूकंप आने वाला है। कुछ ही देर में यह अफवाह व्हाट्सएप ग्रुपों से लेकर फेसबुक तक वायरल हो गई।
सलाह का पालन करने की अपील
भूकंप के झटकों से भयभीत लोग अपने बच्चों, बुजुर्गों व अन्य लोगों के साथ देर रात खुले आसमान के नीचे सुरक्षित स्थानों पर एकत्र हो गए। शहर के गंगोरी से लोग खेतों में, भैरव चौक से लोग अन्नपूर्णा मंदिर में तथा मुख्य बाजार से लोग रामलीला मैदान में एकत्र हुए। वहां लोगों को आग जलाकर सारी रात जागने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि, जैसे ही अफवाहें फैलनी शुरू हुईं, पुलिस और प्रशासन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसे फर्जी खबर करार दिया और लोगों से सतर्क रहने और भूकंप के संबंध में जारी की गई सलाह का पालन करने की अपील की।
लोग सुबह तीन से चार बजे तक खुले आसमान के नीचे रहे। फिर सभी लोग अपने घर लौट गये। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत झूठी अफवाह फैलाने तथा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज किया गया है।