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Rewari वाणी रावल ने छोटी उम्र में लेखिका बनकर रिकॉर्ड बनाया

Rewari वाणी रावल ने छोटी उम्र में लेखिका बनकर रिकॉर्ड बनाया
 

हरियाणा न्यूज़ डेस्क, स्मार्ट सिटी में बच्चे किताब लिखने से लेकर यूट्यूब चैनल बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. सेक्टर-नौ निवासी वाणी रावल तो छोटी उम्र की लेखिका बनकर पांच रिकॉर्ड बनवा चुकी हैं. वाणी अगले महाभारत पर अपनी हिंदी की पुस्तकों को विमोचन करेंगी.
सेक्टर-नौ निवासी 12 वर्षीय वाणी रावल सेक्टर- स्थित मानव रचना स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है. गत वर्ष उन्होंने कैथीज 23डेज ऑफ क्रिसमस और कैथीज कालिंग फाइव एलिमेंट ऑफ क्रिसमस पर दो किताबें लिखकर चर्चा में आई थीं. उस वक्त वह छठी कक्षा में पढ़ती थीं. दो पुस्तकों का विमोचन होने पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, ब्रावो इंटरनेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में सबसे छोटी लेखिका बनने का गौरव हासिल किया था. वाणी की मां शीतल रावल बताती हैं कि कोरोना काल में वाणी के पास समय था तो उसका रुझान लेखन की ओर चला गया था.


गत वर्ष वाणी की दो पुस्तकें अंग्रेजी में आई थीं. अब अगले साल महाभारत पर हिंदी में पुस्तक आने वाली हैं. यह पुस्तक भी सीरिज में होगी. इनमें पहली ‘कृष्ण की हुंकार’, ‘कृष्ण और मैं’ और ‘गीता’ पर आधारित होंगी. उन्होंने बताया कि वाणी अंग्रेजी और हिंदी में लेखन करने वाली लेखिका हैं. ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि एक लेखिका दो भाषाओं में लिखती हो. उन्होंने बताया कि सबसे छोटी उम्र की लेखिका बनने पर वाणी को जिला प्रशासन द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि वाणी की रूचि को देखते हुए उसे समय देना पड़ता है. बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने से लेकर उनका मार्गदर्शन करने के लिए माता-पिता में से एक को तो अपना समय बच्चों को देना ही पड़ेगा, तभी बच्चे अपने लक्ष्यों को पाने के लिए अच्छे से आगे बढ़ पाते हैं.
भीख मांगने से लेकर अहातों में काम कर रहे बच्चे ब्ाच्चे होटल, ढाबे और घरों में घरेलू सहायक के तौर पर काम कर रहे हैं. कुछ बच्चे चौराहों पर भीख मांगते हुए भी देखे जा सकते हैं. जिला बाल कल्याण समिति की परामर्शदाता अपर्णा ने बताया कि एक मामला तो ऐसा आया है कि एक बच्चा शराब के अहाते में भी काम कर रहा था. होटल-ढाबों और घरेलू सहायक या सहायिका के तौर पर काम कर रहे हैं. इससे बच्चों का बचपन तो खत्म हो रहा है, साथ ही समाज के मुख्य धारा से भी भटक जाते हैं.

रेवाड़ी न्यूज़ डेस्क !!!
 

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