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Rewari दस साल बाद भी टंकियाें में नहीं पहुंचा पानी
 

Rewari दस साल बाद भी टंकियाें में नहीं पहुंचा पानी


हरियाणा न्यूज़ डेस्क, करीब दस साल पहले तैयार की गई करीब 20 ओवरहैड टंकिया बगैर उपयोग के ही जर्जर होने लगी है. नगर की लापरवाही के चलते इन टंकियों में अभी तक पानी नहीं भरा गया. जबकि इन टंकियों वाले इलाकों में पेयजल संकट गहराता है.
इन टंकियों का निर्माण बगैर मोटर के लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिए किया गया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन टंकियों में ही पानी नहीं है तो उन्हें इन टंकियों से पानी कभी नहीं मिला. जबकि कुछ तकनीक विशेषज्ञों का कहना है कि इन टंकियों में तकनीकि खामियों की भरमार है, जिन्हें ठीक करना मुश्किल काम है.

नगर निगम ने वर्ष 2012 में जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूवल मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत इन ओवरहैड टंकियों का निर्माण करवाया था. इन ओवरहैड टंकियों को करीब 493 करोड़ रुपये की यमुना किनारे तैयार की गई रेनीवेल परियोजना के तहत बनाया गया था. ये टंकिया करीब सवा लाख लीटर से लेकर करीब चार लाख लीटर तक की क्षमता की तैयार की गई. फिल्हाल इन ओवरहैड टंकियों की हालत जर्जर हो चुकी है. ऐसे में इनका उपयोग करने के लिए नगर निगम को पहले इनकी मरम्मत करवानी पड़ेगी. अधिकारी जल्द कुछ करने की बात कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है.
जिन इलाकों में ये ओवरहैड टंकियां खड़ी है, उन इलाकों में पेयजल संकट भी अधिक बना रहता है. नगर निगम चाहे तो इनका उपयोग करके लोगों को राहत दे सकता है. इन ओवरहैड टंकियों को पेयजल किल्लत वाले इलाकों सेक्टर-55, सेक्टर-25, सेक्टर-23, सेक्टर-11, डबुआ कॉलोनी, नंगला एंक्लेव, बापू नगर आदि इलाकों में प्राथमिकता के तौर पर निर्माण किया गया था. ताकि पेयजल संकट से निजात मिल सके और पानी का पर्याप्त दवाब से पेयजल आपूर्ति लोगों के घरों तक हो सके. टंकियों के काम करने पर लोगों को अपनी पानी की टंकी भरने के लिए बिजली की मोटर नहीं चलानी पड़ती. इन टंकियों को बनाने से बूस्टर बनाने के मुकाबले कम जगह लगती है. नगर निगम के अधीक्षण अभियंता ओमवीर ने कहा कि इन टंकियों के बारे में जल्द ही कुछ निर्णय लिया जाने वाला है. आने वाले कुछ महीनों में इनका उपयोग शुरू होगा और इनसे पेयजल आपूर्ति होगी.

रेवाड़ी न्यूज़ डेस्क !!!

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