Ranchi शहरी क्षेत्र में खटाल हटाने के पहले होगा सर्वे, नगड़ी में पांच एकड़ जमीन खटाल के लिए की गई है चिह्नित

झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, रांची शहरी क्षेत्र में चल रहे खटाल हटाने के पहले सर्वे किया जाएगा. सर्वे में शहर के खटालों की संख्या, मवेशियों का ब्योरा एकत्र किया जाएगा. खटाल संचालक कितने समय से कारोबार कर रहे हैं, इसकी जानकारी ली जाएगी. इसके बाद खटाल संचालकों के साथ जिला प्रशासन बैठक भी करेगा. इसमें खटालों के पुनर्वास की जानकारी दी जाएगी. जिला प्रशासन ने शहर से खटालों को शिफ्ट करने का निर्णय लिया है. नगड़ी में खटालों के पुनर्वास के लिए पांच एकड़ जमीन चिह्नित की गई है.
शहार से खटाल शिफ्ट करने के लिए नगड़ी, रातू, नामकुम और कांके में जमीन चिह्नित की जानी है. नगड़ी में पांच एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है. जहां नए खटाल बसाए जाएंगे, वहां पानी और बिजली की व्यवस्था भी उपलब्ध करायी जाएगी.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी की है सख्ती
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नदियों व जलाशयों के किनारे पशुपालन पर रोक लगाने की बात कही है. बोर्ड का मानना है कि गोवंश के गोबर और मूत्र से जलस्रोतों का जल प्रदूषित हो रहा है. गोबर और गोमूत्र के सही निस्तारण की व्यवस्था नहीं होने से तालाबों में प्रदूषण बढ़ रहा है. शहर के तालाबों में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने की आवश्यता है.
कोर्ट ने खटालों का पुनर्वास करने का दिया था निर्देश
झारखंड हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जिला प्रशासन खटालों का पुनर्वास कर रहा है. हाईकोर्ट ने सरकार को शहरी क्षेत्र से खटाल हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन पशुपालकों की ओर से पुनर्वास करने के लिए भी हस्तक्षेप याचिका दायर की गई. इसमें पशुपालकों की ओर से कहा गया था कि वह वर्षों से दूध का कारोबार कर रहे हैं. खटाल हटाए जाने से उनका कारोबार समाप्त हो जाएगा और वे बेरोजगार हो जाएंगे. खटाल हटाने के पहले उनका पुनर्वास किया जाना चाहिए. इसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को खटालों का पुनर्वास करने का निर्देश दिया था.
राँची न्यूज़ डेस्क !!!