
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, 2000 के नोट बंद होने की घोषणा के बाद राजधानी के बैंकों में नोट जमा करने की लोगों में हड़बड़ी दिखी. बातचीत में लोगों ने कहा कि वे नोट जमा कराकर निश्चिंत होना चाहते हैं, इसलिए बैंक पहुंचे हैं. बाद में वे भीड़ और कतार से बचना चाहते हैं. बीती नोटबंदी के दौरान हुई परेशानी के कारण लोग जल्द से जल्द नोट जमा कराकर झंझट से बचना चाहते हैं.
बैंक कर्मियों ने बताया कि पहुंचे लोगों में अधिकतर 10 से 15 की संख्या में 2000 के नोट लेकर पहुंचे थे. उनका कहना था कि सुबह से ही छिटपुट लोग बैंक में आते रहे और नोट जमा कराते रहे. कई लोग इसलिए भी बैंक पहुंचे थे, क्योंकि उन्हें डर था कि से बैंकों में भीड़ बढ़ जाएगी.
बैंक अधिकारी भी यही अनुमान लगा रहे हैं. बैंक अधिकारियों का कहना था कि आम दिनों से कुछ अधिक लोग आज 2000 रुपए के नोट जमा करा रहे हैं. एसबीआई हरमू के सर्विस मैनेजर बिनोद सिंह ने बताया कि कई लोगों ने 2000 के नोट जमा कराए, जबकि अधिकतर इतना कारबार नहीं होता था. बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआई चुटिया और एचडीएफसी बैंक अरगोड़ा में भी काफी लोगों ने 2000 के नोट जमा किए. लोगों ने पूछने पर बताया कि जितना 2000 का नोट है, उतना जमा कर देते हैं, क्योंकि बाद में परेशानी ही होगी. इस दौरान बैंक कर्मियों के बीच चर्चा होती रही कि एक तो पहले से ही बैंक में कर्मियों की कमी है और यदि 2000 के नोट जमा करने के लिए लोगों की भीड़ बढ़ी तो काम कैसे होगा. एसबीआई चुटिया के शाखा प्रबंधक आनंद कुमार ने कहा कि लोगों को पैनिक होने के जरूरत नहीं है. 2000 के नोट अपने खाते में 30 सितंबर तक जमा करा सकते हैं. इसके अलावा नोट एक्सचेंज की भी सुविधा शुरू होगी.
राँची न्यूज़ डेस्क !!!