Samachar Nama
×

Ranchi MRP से अध‍िक कीमत पर दुकानों पर नहीं बेच सकते शराब, पकडे जाने पर जाना पडेगा जेल

रांची न्यूज डेस्क।।

रांची न्यूज डेस्क।। प्रदेश में अवैध शराब और एमआरपी से अधिक वसूली पर अंकुश लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उत्पाद एवं नारकोटिक्स विभाग के सचिव मुकेश कुमार ने सभी जिला सहायक आयुक्तों एवं उत्पाद अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

शराब दुकानदारों की दबंगई अब नहीं चलेगी।
उन्होंने कहा है कि अगर एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बेची गयी तो उत्पाद दुकान के कर्मचारी के साथ-साथ संबंधित एजेंसी पर भी कार्रवाई की जायेगी. उत्पाद सचिव की इस अधिसूचना का असर दिखने लगा है.

सभी जिलों में सहायक उत्पाद आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी आम जनता तक पहुंचा रहे हैं, ताकि जहां कहीं भी ऐसी अनियमितताएं सामने आएं, वे विरोध करें और विभाग को रिपोर्ट करें.

इसका असर यह हुआ कि खुदरा शराब विक्रेता जिस तरह से अधिकार और दबंगई से एमआरपी से अधिक की मांग करते थे, अब वैसा नहीं है. हालाँकि, यह समस्या पूरी तरह से हल नहीं हुई है और इस पर काबू पाने के प्रयास अभी भी जारी हैं।

एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बेचने में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता संदेह के घेरे में है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संलिप्तता को उजागर किया गया है तथा कार्मिक विभाग से समन्वय स्थापित कर ऐसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है, ताकि कम समय में विभागीय कार्रवाई पूरी की जा सके. इस काम में भी तेजी आ गई है.

सीसीटीवी से दुकानों की निगरानी की जायेगी
उत्पाद सचिव ने सभी खुदरा शराब दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है. इतना ही नहीं, शराब की कीमत से संबंधित मूल्य सूची भी बेहतर डिस्प्ले के साथ लगाने का निर्देश दिया गया है, ताकि आम जनता को एमआरपी से अधिक कीमत न चुकानी पड़े. इसकी व्यवस्थित ढंग से निगरानी भी की जायेगी. जहां से भी शिकायत मिलेगी कार्रवाई की जाएगी।

विकसित खुफिया तंत्र से लगातार नकली फैक्ट्रियां पकड़ी गईं
उत्पाद एवं नारकोटिक्स विभाग के सचिव मुकेश कुमार ने कहा कि उत्पाद सचिव बनते ही उन्होंने सबसे पहला काम अपना खुफिया तंत्र विकसित करने का किया. इसका परिणाम यह हुआ कि बोकारो, जामताड़ा और सरायकेला में नकली शराब की फैक्ट्रियां पकड़ी गईं.

सभी जिलों में टीम बनाकर छापेमारी की जा रही है और उसका फॉलोअप भी किया जा रहा है. सिंघानिया के खिलाफ रांची में कार्रवाई, हजारीबाग में भी छापेमारी. अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई जारी है. सूचना को गुप्त रखा जाता है और प्रशासनिक सहयोग से छापेमारी की जाती है.

राज्य की सीमाएं सील, दूसरे राज्यों से अवैध शराब की सप्लाई बंद
उत्पाद विभाग ने राज्य की सीमा सील कर दी है. पहले झारखंड में पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों से अवैध रूप से शराब की आपूर्ति की जाती थी. इसे रोकने के लिए अंतरराज्यीय सप्लाई चेन को ध्वस्त कर दिया गया है.

झारखंड न्यूज डेस्क।।

Share this story

Tags