Ranchi महुदा के सिंगड़ा में पांच साल की बेटी के साथ फंदे से लटकी मिली विवाहिता

झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, महुदा थाना क्षेत्र के सिंगड़ा बस्ती निवासी गुलाम रसूल अंसारी की तीसरी पुत्री तब्बसुम परवीन (26 वर्ष) एवं तब्बसुम की पुत्री शीफा परवीन (5 वर्ष) का शव की सुबह उसके कमरे में फांसी के फंदे से लटकता मिला.
तब्बसुम के पिता ने दोनों को फंदे की रस्सी काटकर उतारा. तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी. परिजनों ने घटना की सूचना महुदा पुलिस को दी. पोस्टमार्टम के बाद को मां-बेटी को सिंघड़ा बस्ती स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. तब्बसुम का निकाह सात साल पहले पुरुलिया जिले की डीमडीहा बस्ती में हुआ था. दो साल से वह मायके में रह रही थी. पति उसे लेने नहीं आया था. इसके पहले उसका पहला निकाह पाथरडीह में हुआ था, जहां से एक साल के बाद उसका तलाक हो गया था. मृतका के पिता गुलाम रसूल अंसारी ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे वह नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद चले गए थे. करीब एक घंटे बाद जब वह वापस घर लौटे तो देखा कि पुत्री तब्बसुम परवीन एवं नतनी कमरे में ही थी और अंदर से कुंडी बंद थी. उन्होंने कई बार पुकारा परंतु कोई आवाज नहीं आई तो उनके पुत्र ने खिड़की के अंदर से झांक कर देखा और स्तब्ध रह गया. तब्बसुम और उसकी बेटी रस्सी के सहारे फांसी पर लटकी हुई थी.
राज्य में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए सीएम को पत्र
राज्य बिजली कामगार यूनियन के प्रदेश महामंत्री रामकृष्णा सिंह ने को मुख्यमंत्री सह ऊर्जा मंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर सभी जिलों में अविलंब प्रीपेड मीटर लगवाने की मांग की. उन्होनें बताया कि बिहार में हर घर में प्रीपेड मीटर लग रहा है. इससे विभाग को करोड़ों रुपए की बचत भी हो रही है. 20 साल पूर्व 2003 में तत्कालीन ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो, निगम बोर्ड अध्यक्ष बीके चौहान के कार्यकाल में ही प्रीपेड मीटर लगाने की मांग यूनियन ने की थी, लेकिन आज तक नहीं लगा.
इसके लगने से निगम बोर्ड को प्रत्येक माह करोड़ों रुपए की बचत होगी. साथ ही 50 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी.
राँची न्यूज़ डेस्क !!!