Samachar Nama
×

Ranchi शहर में एक साल में 30 हजार से ज्यादा नये बोरिंग, कहां से आयेगा पानी

झारखंड न्यूज डेस्क।।

रांची न्यूज डेस्क।। रांची शहर में करीब 2.40 लाख घर हैं. इनमें से केवल 1.22 लाख घरों में ही जलापूर्ति पाइपलाइन बिछायी गयी है. वहीं, जलापूर्ति का भी कोई तय शेड्यूल नहीं है. जिसके कारण लोग पूरी तरह से बोरिंग पर निर्भर हो गये हैं. यही कारण है कि रांची शहर में हर साल 30 हजार नये बोरिंग किये जा रहे हैं. लेकिन, नयी बस्तियां बसने और जलस्तर घटने के कारण शहर में हर साल 30 हजार से अधिक बोरिंग हो रही हैं. इतनी अधिक बोरिंग के कारण यहां का भूजल स्तर दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है। पहले 150 फीट बोरिंग करने पर ही पीने का पानी निकल आता था और बोरिंग कभी सूखती नहीं थी। आज लोग पानी की तलाश में 600 से 800 फीट तक बोरिंग कर रहे हैं।

शहर में बोरिंग के लिए 120 रिंग मशीनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है
रांची नगर निगम क्षेत्र में बोरिंग के लिए 120 रिंग मशीनों का निबंधन हुआ है. एक बोरिंग वाहन से साल भर में करीब 250 बोरिंग होती है. इस प्रकार एक वर्ष में 120 बोरिंग वाहनों से लगभग 30 हजार बोरिंग होती है।

भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है।
राजधानी रांची पर शहरीकरण का असर इतना गहरा है कि अब बारिश का पानी जमीन तक नहीं पहुंच पाता है. खुली जगह की कमी और बड़ी-बड़ी इमारतों के निर्माण के कारण दिन-ब-दिन बारिश का पानी शहर से निकलकर सड़कों, नालों और नदियों में बह रहा है। नतीजा यह है कि भूजल स्तर दिन-ब-दिन नीचे गिरता जा रहा है।

झारखंड न्यूज डेस्क।।

Share this story

Tags