रांची से बाबा धाम के श्रद्धालुओं को नहीं मिल रहीं पर्याप्त सुविधाएं, सावन में व्यवस्था सवालों के घेरे में
पवित्र सावन मास की शुरुआत इस वर्ष 11 जुलाई से हो रही है। इस अवसर पर देशभर से श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर में जलाभिषेक के लिए उमड़ते हैं। सुलतानगंज से गंगाजल लेकर निकलने वाली कांवर यात्रा को विशेष धार्मिक महत्व प्राप्त है, लेकिन झारखंड की राजधानी रांची से इस यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को अब भी पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
🛕 बाबा बैद्यनाथ की ओर श्रद्धा, लेकिन साधन नहीं
-
हर साल रांची से हजारों कांवरिए सुलतानगंज या सीधे देवघर की ओर प्रस्थान करते हैं।
-
लेकिन रेल और सड़क मार्ग से कोई विशेष व्यवस्था अब तक सुनिश्चित नहीं की गई है।
-
श्रद्धालु अक्सर भीड़भाड़, टिकट की अनुपलब्धता, परिवहन अव्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधा की कमी से जूझते हैं।
🚆 ट्रेन सेवा में कमी
-
रांची से सुलतानगंज या देवघर के लिए सीधी विशेष ट्रेनें नहीं चलाई गईं।
-
जो सामान्य ट्रेनें चल रही हैं, उनमें भी बढ़ती भीड़ के कारण बर्थ मिलना मुश्किल हो गया है।
-
कई श्रद्धालु जनरल डिब्बों में घंटों तक खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हैं।
🚧 सड़क मार्ग भी नहीं बेहतर
-
सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल, चिकित्सा शिविर और सुरक्षा व्यवस्था अपर्याप्त हैं।
-
कांवरियों को स्वच्छ पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और साफ-सुथरे विश्राम स्थल की भारी कमी का सामना करना पड़ता है।
🙏 श्रद्धालुओं की मांग
“हर साल रांची से हजारों लोग बाबा के दरबार जाते हैं, लेकिन अब तक कोई सीधी ट्रेन या सरकारी सहायता नहीं मिलती। क्या हमारी श्रद्धा को सरकार की व्यवस्था का इंतजार करना पड़ेगा?” — एक कांवर यात्री की व्यथा।
📢 प्रशासन से अपेक्षा
-
विशेष ट्रेनें चलाई जाएं
-
राज्य सड़क परिवहन द्वारा बस सेवा बढ़ाई जाए
-
रास्ते में स्वास्थ्य और सुरक्षा शिविर लगाए जाएं
-
स्थानीय प्रशासन विशेष कंट्रोल रूम स्थापित करे

