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Ranchi 4टी की एडवाइजरी, पर केंद्रों में जांच किट ही नहीं, हांगकांग फ्लू टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीके से बनी है इलाज की रणनीति, लेकिन प्रशासन की तरफ से सैंपल लेने की व्यवस्था नहीं
 

Ranchi 4टी की एडवाइजरी, पर केंद्रों में जांच किट ही नहीं, हांगकांग फ्लू टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीके से बनी है इलाज की रणनीति, लेकिन प्रशासन की तरफ से सैंपल लेने की व्यवस्था नहीं


झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, एच3एन2 इन्फ्लूएंजा को लेकर राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी कर दी है. डॉक्टरों के अनुसार इसके प्रसार की आशंका भी है. पर फिलहाल इसकी जांच के कोई इंतजाम नहीं हैं.
सरकारी केंद्रों में जांच के लिए किट तक नहीं है. निजी केंद्रों में भी जांच की फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं है. अभी तक जांच के लिए सैंपल भी नहीं लिये गए हैं. जबकि गाइडलाइन के अनुसार 4टी यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण की स्ट्रेटजी अपनाने के निर्देश दिए गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि फ्लू को फैलने से तब ही रोका जा सकेगा जब मरीजों की पहचान कर उनके इलाज की व्यवस्था की जाएगी.
रांची समेत पूरे झारखंड में जांच की व्यवस्था नहीं की गई अब तक रांची समेत पूरे झारखंड में जांच की व्यवस्था नहीं की गई है. रिम्स में जांच के लिए किट नहीं है. जांच के लिए जरूरी कंज्यूमेबल (प्राइमर) की खरीदारी के लिए टेंडर निकाला गया है. मतलब जब तक इसकी खरीदारी नहीं होगी तब तक जांच नहीं हो सकेगी.

एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के क्या हैं लक्षण
● नाक बहना, खांसी, शरीर में दर्द, उल्टी, मतली, दस्त, कमजोरी, थकान.
क्या बरतें सावधानी
● मास्क का इस्तेमाल करें
● हैंडवॉश का प्रयोग करें
● हाथ मिलाने से बचें
● ठंडे पानी का इस्तेमान नहीं करें
● गर्म खाना खाएं
● लक्षण मिलने पर चिकित्सकों से संपर्क करें
ये नहीं करें
● सार्वजनिक रूप से नहीं थूकें
● खुद से कोई दवाई खास तौर पर एंटीबायोटिक्स नहीं लें
● भीड़ या ज्यादा लोगों के बीच बैठकर खाना नहीं खाएं
● अपनी नाक और मुंह को नहीं छुएं
● खांसते और छींकते समय अपनी नाक और मुंह को ढकना न भूलें
● आईएमए की चेतावनी के मुताबिक, इस तरह के किसी भी वायरस के संपर्क में आने पर एंटीबायोटिक का सेवन बिल्कुल ना करें. इससे मुश्किल और साइड इफेक्ट भी बढ़ सकता है. इस वायरस में एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं है.

राँची न्यूज़ डेस्क !!!
 

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