
छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के जीएम की गाड़ी को बीच रास्ते पर रोक धमकाने वाले आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है. प्रार्थी एवं ड्राइवर मोनू रोयल चौधरी ने चरचा पुलिस को बताया कि एसईसीएल बैकुंठपुर एरिया के महाप्रबंधक का ड्रायवर है. घटनातिथि 11 की रात करीब 11.30 बजे जीएम बीएन झा एवं मैडम को लेकर चरचा रेस्ट हाउस इनोवा में लेकर निरीक्षण शासकीय कार्य के लिए जा रहे थे. तभी चरचा सुभाष नगर चौक के पास आई-10 कार पीछे शीशा में भूमिहार लिखा हुआ था. जो ओवरटेक करने लगा, तभी मैं गाड़ी को आगे बढ़ाया. उसी समय हमारी कार कोे ओवर टेक कर आई-10 कार को रोड के बीच में खड़ी कर रास्ता रोक दिया. कार में दो लोग सवार थे, जो नशे के हालत में थे. मुझे गाली गलौज कर मारपीट की धमकी देने लगे थे. जिससे मैं अपनी कार को बैक कर कॉलरी स्टाफ को फोन कर बुलाया. मामले में तुरंत पेट्रोलिंग पार्टी एसईसीएल गार्ड आए और कार में सवार दोनों लड़को को पहचाने. कार चालक गोलू पिता बलराम एवं उसका भाई शनि दोनों निवासी कोऑपरेटिव लाईन माइंस क्वार्टर चरचा कालरी निवासी हैं. घटना के कारण गाड़ी में बैठे जीएम एवं मैडम काफी डर गए हैं. मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 6, 294, 34, 341, 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
जटाशंकर धाम पहुंच मार्ग बदहाल, श्रद्धालुओं को आने व जाने में परेशानी
विकासखंड मनेंद्रगढ़ के ग्राम पंचायत सोनहरी चपलीपानी स्थित प्रसिद्ध जटाशंकर धाम तक पहुंचने में जर्जर सड़क की वजह से परेशानी होने लगी है. जानकारी के अनुसार सोनहरी में भोले नाथ का प्रसिद्ध गुफा है, जिसके भीतर प्रतिमा स्थापित है. श्रद्धालु 52 हाथ घुटनों के बल जाकर भगवान शिव का दर्शन करते हैं. श्रद्धालु के लिए 730 सीढ़ी बनी हुई है. जिसको उतर कर जाना पड़ता है. यह स्थल चारों तरफ से घनाघोर जंगल से घिरा हुआ है. जटाशंकर धाम के लिए बिहारपुर से सोनहरी जाने वाले मुख्य मार्ग से 12 किलोमीटर अंदर जाना पड़ता है. वर्तमान में जाने-आने के लिए बनी सड़क बहुत ही खराब है. बड़ी-बड़ी गिट्टी और पत्थर हैं. ग्रामीणों के अनुसार 7-8 साल पहले सड़क का मुरर्मीकरण बनाया गया था. उसके बाद दोबारा सड़क बनवाने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. फिलहाल बारिश में पूरा मुरूम बह गया है और बड़े-बड़े पत्थर ऊपर आ गए हैं. जिससे बाइक सवारों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मुख्य सड़क से 12 किलोमीटर अंदर जंगल की ओर जाना पड़ता है. हालांकि बीच-बीच में सीसी सड़क का निर्माण भी कराया गया है.
रायपुर न्यूज़ डेस्क !!!