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Raipur एआई तकनीक के जरिए लाखों वोटर्स से सीधे रूबरू होंगे सीएम,कांटे के मुकाबले वाली सीटों पर पहले घोषित करेगी प्रत्याशी
 

lok sabha elections 2019 7th phase Voting: प्रधानमंत्री मोदी ने किया ट्वीट, वोटर्स से की ये अपील

छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने रायपुर में अत्याधुनिक वॉर रूम बनाया है. इसका उद्घाटन  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने किया. यही से प्रदेशभर में संगठन पर बूथ स्तर तक पैनी नजर रखने के साथ, जन भावनाओं को टटोलकर रणनीति तय की जा रही है. इस चुनाव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके सभी वोटर्स और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच पर्सनल कनेक्ट बनाया जा रहा है. इस टेक्नोलॉजी के द्वारा मुख्यमंत्री एक ही समय में, व्यक्तिगत रूप से, लाखों वोटर्स से जुड़ पाएंगे.
वॉर रूम की खासियत

कांग्रेस ने इस वॉर रूम में चुनाव को 360 डिग्री चलाने के लिए अलग अलग यूनिट तैयार की हैं. इनमें डाटा इंटेलिजेंस यूनिट, पॉलिटिकल इंटेलिजेंस यूनिट, ग्राउंड कैंपेन टीम, फ़ील्ड मैनेजमेंट टीम, सोशल मीडिया प्रबंधन टीम, डिजिटल मीडिया एंड पब्लिकेशन टीम, मीडिया मॉनीटरिंग टीम, फेक न्यूज मॉनीटरनिंग सेल, बूथ मैनेजमेंट टीम, ट्रेनिंग डिपार्टमेंट, कॉल सेंटर, कनेक्ट सेंटर, स्टूडियो इत्यादि शामिल हैं.
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में  प्रदेश चुनाव समिति की अहम बैठक हुई. इसमें एक बार फिर दावेदारों के नामों पर विस्तार से मंथन हुआ. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में हुई बैठक में टिकट वितरण के फार्मूले पर सहमति बनाने का प्रयास किया गया. बताया जाता है कि बैठक में यह तय हुआ है कि जो सीटें कठिन है और जहां कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है, उन सीटों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा पहले की जाएगी. ऐसे सीटों की संख्या करीब 15 से 20 बताई जाती है. बैठक में 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों के नाम पर भी चर्चा हुई. बताया जाता है कि कुछ विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपने हारे हुए प्रत्याशियों पर दांव खेल सकती है. बैठक में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, 3 प्रभारी सह सचिव सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
कुछ विधानसभा सीटों से फिर मंगाई जानकारी
बताया जाता है कि बैठक में कुछ विधानसभा सीटों के नामों पर सहमति नहीं बन पा रही थी. इसे देखते हुए फैसला लिया गया है कि उन विधानसभा सीटों का सर्वे एक बार फिर करवाया जाए. साथ ही संबंधित विधानसभा सीटों के डेटा को भी फिर से मंगाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रायगढ़ में हुई सभा के दौरान डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने केंद्र सरकार से सहयोग मिलने की बात कही थी. इसके बाद उनके बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. इसे लेकर भाजपा हमलावर होकर राज्य सरकार से सवाल पूछ रही है. इन सब के बीच डिप्टी सीएम सिंहदेव ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है. उन्होंने कहा, हमारे प्रदेश में अतिथि सत्कार की परंपरा रही है. एक शासकीय मंच में प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए अपनी बातें कहीं थीं.
डिप्टी सीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि मंच के माध्यम से मैं आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता था. मेरा वक्तव्य केवल अपने विभाग की मांगों से संबंधित था. बता दें कि डिप्टी सीएम के बयान को भाजपा राजनीतिक मुद्दा बनाकर भुनाने का प्रयास कर रही थी.
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने इसे लेकर सोशल मीडिया में कई पोस्ट भी किए थ

रायपुर न्यूज़ डेस्क !!!
 

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