
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सामान्य दिनों की अपेक्षा गर्मी के सीजन (अप्रैल, मई व जून) में बियर की बिक्री में इजाफा हो जाता है. यह देख इस बार आबकारी विभाग ने राजस्व बढ़ाने और बियर की कालाबाजारी रोकने के लिए लाइसेंसी दुकानदारों का निर्धारित कोटा पिछले वर्ष के सापेक्ष दोगुना बढ़ा दिया है. कोटे की यह बढ़ोत्तरी जून महीने तक के लिए है. जुलाई से बियर का कोटा फिर सामान्य स्तर पर आ जाएगा.
अप्रैल से तापमान चढ़ने लगता है और इसी के साथ सहालग का मौसम भी शुरू होता है. ऐसे में शराब के सापेक्ष बियर की डिमांड बढ़ जाती है, कमोवेश यह हर साल होता है. बियर की डिमांड बढ़ने से दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के फेर में इसकी कालाबाजारी करने लगते हैं. कोई ओवररेटिंग करके तो कोई गैर ब्रांड की सस्ती बियर बेंचकर मुनाफा कमाता है. दुकानदारों की इस मनमानी पर रोक लगाने और राजस्व में इजाफा करने के लिए इस बार आबकारी विभाग ने मई महीने में आबकारी नीति में संशोधन कर दिया. इसके तहत बियर के दुकानदारों को अप्रैल और मई में निर्धारित कोटे से 14 फीसदी अधिक व जून महीने में 12 फीसदी अधिक बियर का उठान करने का निर्देश दिया गया है. अप्रैल व मई 2022 में दुकानदारों को निर्धारित कोटे से सात फीसदी व जून में छह फीसदी अधिक बियर उठान करने के निर्देश दिए गए थे. इस बार इसे बढ़ाकर अप्रैल व मई महीने में 14-14 फीसदी और जून में 12 फीसदी अधिक बियर उठान करने का निर्देश दिया गया है.
अब तक हर सीजन में समान तरीके से होता था उठान
मार्च 2023 तक बियर दुकानदारों का उठान करने का कोटा हर महीने का लगभग एक समान ही रहता था. इसमें एक से डेढ़ फीसदी तक की वृद्धि ही की जाती थी. इस बार दोगुना वृद्धि किए जाने से दुकानदारों पर अचानक बियर उठान करने का दबाव आ गया है. दुकानदार इसके लिए पैसे और बियर डंप करने के लिए स्थान तलाश रहे हैं.
बिक्री में बीते वर्ष के सापेक्ष 4.4 फीसदी की वृद्धि
जिला आबकारी विभाग के आंकड़ों की मानें तो अप्रैल 2022 में जिले भर में कुल 173440 लीटर की बिक्री की गई थी. जबकि अप्रैल 2023 में यह बिक्री बढ़कर 181271 लीटर पर पहुंच गई. पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अप्रैल महीने में 4.4 फीसदी अधिक बियर बेंची गई है.
आबकारी आयुक्त की ओर से आबकारी नीति में संशोधन कर बियर का उठान बढ़ाने का नया कोटा निर्धारि त कर दिया गया है. नई नीति के अनुपालन में बियर दुकानदारों को उठान में वृद्धि करने के निर्देश दिए गए हैं.
-संजय कुमार, जिला आबकारी अधिकारी
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क